शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट की 22 वीं बैठक उज्बेकिस्तान में जारी है। समरकंद में चल रही इस बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, उज्बेक राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव समेत तमाम देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए हैं। पीएम मोदी आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। सदस्य देशों की सीमित मीटिंग
एससीओ शिखर सम्मेलन में बोलते हुए पीएम मोदी ने चीन और रूस समेत दुनिया के सामने अपना पक्ष बेहद मजबूती के साथ रखा है। पीएम ने स्पष्ट रूप से भारत के दुनिया का मैन्यूफैक्चरिंग बनाने का ऐलान कर दिया है। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि “भारत की अर्थव्यवस्था इस साल 7.5% की दर से बढ़ने की उम्मीद है। मुझे खुशी है कि हमारी दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।”
1 . “हम जन-केंद्रित विकास मॉडल पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम हर क्षेत्र में नवाचार का समर्थन कर रहे हैं। आज हमारे देश में 70,000 से अधिक स्टार्ट-अप और 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं।”
4. पीएम मोदी ने कहा, महामारी और यूक्रेन संकट के बीच ग्लोबल सप्लाई चैन में कई समस्याएं पैदा हुईं। इसके चलते पूरा विश्व ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहा है। SCO को सप्लाई चैन बढ़ाने के लिए प्रयत्न करने चाहिए। भारत की अर्थव्यवस्था में 7.5% वृद्धि की आशा है। ये बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक होगी। हम प्रत्येक सेक्टर में इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं।
7. एससीओ समिट में पीएम मोदी ने खाद्य सुरक्षा की चुनौती से निपटने पर भी जोर दिया। इस संदर्भ में उन्होंने राजस्थान की मुख्य उपज बाजरा को और लोकप्रिय बनाने के भारत के प्रयासों के बारे में बात की। उन्होंने कहा, “एससीओ 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में चिह्नित करने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।” पीएम ने कहा कि इस समस्या का एक संभावित समाधान है millets की खेती और उपभोग को बढ़ावा देना। Millets एक ऐसा सुपरफूड है, जो न सिर्फ SCO देशों में, बल्कि विश्व के कई भागों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है, और खाद्य संकट से निपटने के लिए एक पारंपरिक, पोषक और कम लागत वाला विकल्प है। वर्ष 2023 को UN International Year of Millets के रूप में मनाया जाएगा। हमें SCO के अंतर्गत एक ‘मिलेट फ़ूड फेस्टिवल’ के आयोजन पर विचार करना चाहिए।
शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) समिट ग्रुप फोटो को लेकर सियासत छिड़ गई है। कांग्रेस ने फोटो में पीएम मोदी की स्थिति पर सवाल उठाया है। एससीओ का 22वां क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन आज उज्बेकिस्तान के समरकंद में शुरू हुआ। यह दो वर्षों में इस संगठन का पहला व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन है।
बता दें, SCO संगठन की स्थापना जून 2001 में हुई थी। भारत और पाकिस्तान 2017 में इस संगठन के पूर्ण सदस्य बन गए थे। एससीओ के आठ पूर्ण सदस्य हैं। जिनमें चीन, रूस, उज्बेकिस्तान, भारत, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकस्तान और पाकिस्तान हैं। वहीं, अफगानिस्तान, बेलारूस और मंगोलिया इसके पर्यवेक्षक देश हैं जबकि कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका, तुर्की, अर्मेनिया और अजरबैजान डायलॉग पार्टनर्स हैं।