Wednesday, September 24

ज्योतिरादित्य सिंधिया की कट्टर समर्थक इमरती देवी और कांग्रेस विधायक में हुई बहस

ग्वालियर. अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली मध्यप्रदेश की पूर्व मंत्री व ज्योतिरादित्य सिंधिया की कट्टर समर्थक इमरती देवी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उनके मीडिया की सुर्खियों में होने की वजह उनका वायरल हो रहा एक वीडियो है जिसमें इमरती देवी एक कांग्रेस विधायक से उलझती नजर आ रही हैं। वीडियो में दोनों के बीच जमकर बहसबाजी हो रही है और कांग्रेस विधायक इमरती देवी पर पार्षदों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगा रहे हैं। तो वहीं इस दौरान इमरती देवी मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम लेते हुए उन पर तंज कसते भी नजर आ रही हैं। वीडियो ग्वालियर जिले की डबरा तहसील के अंतर्गत आने वाले सहराई गांव का बताया जा रहा है।

कांग्रेस विधायक से भिड़ीं इमरती देवी
बताया जा रहा है कि सहराई गांव में असमाजिक तत्वों ने बीती रात संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को खंडित कर दिया था। इस बात की जानकारी जब ग्रामीणों को लगी तो गांव में हड़कंप मच गया और मूर्ति पर लोगों की भीड़ लग गई। घटना की खबर लगते ही डबरा से कांग्रेस विधायक सुरेश राजे और पूर्व मंत्री व सिंधिया समर्थक इमरती देवी भी गांव पहुंच गया। जहां दोनों के बीच जमकर बहसबाजी हुई। इसी दौरान किसी ने दोनों नेताओं के बीच हो रही बहस का वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर लिया और बाद में उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया। ये वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कांग्रेस विधायक जहां इमरती देवी पर पार्षदों की खरीद फरोख्त का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं इमरती देवी कांग्रेस विधायक पर ही पार्षदों को बेचने का आरोप लगा रही हैं।

जमकर हुई बहस
इमरती देवी और कांग्रेस विधायक सूरज राजे के बीच बहसबाजी उस वक्त शुरु हुई जब विधायक सुरेश राजे गांव में कुछ लोगों के साथ बैठे हुए थे जैसे ही इमरती देवी वहां पहुंची तो कांग्रेस विधायक ने तंज कसते हुए कहा कि ये विधायक उनमें से नहीं है जो किसी के भी कहने से कुएं में कूद जाए। ये विधायक उनमें से है जो समाज के कहने पर जनता के कहने पर कुएं में कूदेगा। जिस पर इमरती देवी भड़क गईं और विधायक से भिड़ गईं। इमरती देवी ने चिल्लाते हुए तेज आवाज में विधायक से कहा कि कौन गया था पार्षदों की खरीद फरोख्त के लिए नरोत्तम के पास…ये बात सुनकर कांग्रेस विधायक भी खड़े गए और फिर दोनों ने एक दूसरे पर पार्षदों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाने शुरु कर दिए। विवाद बढ़ता देख पुलिस व ग्रामीणों ने दोनों को शांत कराया।