महाराष्ट्र के पनवेल जिले (Panvel) में भगवान गणपति के मूर्ति विसर्जन स्थल पर बिजली का झटका (Electric Shocks) लगने से नौ महीने के बच्चे सहित 11 लोग घायल हो गए। यह घटना जिले के कोलीवाड़ा (Koliwada) की है।
पनवेल नगर निगम (पीसीएमसी) ने गणेशोत्सव के मद्देनजर विसर्जन की व्यवस्था की थी। लाइटिंग के लिए जनरेटर लगाये गए थे। कथित तौर पर एक बिजली का तार टूट गया, जिसकी चपेट में कई भक्त आ गए। इस घटना से विसर्जन स्थल पर कुछ देर के लिए दहशत फैल गई। पीड़ितों में से सात को उप-जिला अस्पताल पनवेल में भर्ती कराया गया है, जबकि दो गंभीर लोगों सहित चार को पनवेल के लाइफलाइन अस्पताल (Lifeline Hospital) ले जाया गया।
घटना के बाद प्रशासन ने गणेश विसर्जन के लिए पास के दूसरे स्थान को आनन-फानन में तैयार किया। जबकि कानून-व्यवस्था की स्थिति को काबू में करने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। यहां हर साल सैकड़ों की संख्या में लोग ‘बप्पा’ की प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए आते है।
एक अधिकारी ने बताया कि बिजली का तार उल्वे निवासी मानस कुंभर (17) पर गिर गया, जो गंभीर घायल हुआ है। इस दौरान अन्य लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन उन्हें भी बिजली के झटके लगे। अस्पताल में भर्ती होने वालों में एक 9 महीने का शिशु भी है।
पीसीएमसी के डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर विट्ठल डाके (Vitthal Dake) ने कहा “घटना रात करीब 8 बजे के आसपास हुई, जब बांस के खंभे के बीच लटका एक ओवरहेड तार टूट गया। जिससे वहां जमा लोग घबरा गए और बिजली के तार के संपर्क में आ गए। इस दौरान बारिश भी हो रही थी।“
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्पार्किंग या किसी अन्य तकनीकी कारण से तार टूटने की संभावना है। ग्यारह लोगों को बिजली के झटके लगे, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में पनवेल, करंजदे (Karanjade), उल्वे (Ulwe), बदलापुर (Badlapur) इलाके के रहने वाले लोग हैं।