महेन्द्र प्रताप सिंह भोपाल. मध्यप्रदेश के सात पर्यटक स्थलों और वन्यजीव अभयारण्यों को इसी साल हवाई सेवा से जोड़ दिया जाएगा। इसके लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उड़ान योजना 5.0 के तहत निविदाएं मांगी हैं। इनमें कुछ स्थानों पर एयर स्ट्रिप का निर्माण तो कुछ जगहों पर बने हवाई अड्डों का विस्तारीकरण किया जाएगा।
पर्यटकों की सुविधा के लिए विकसित किए जा रहे इन हवाई अड्डों और एयर स्ट्रिप में से कुछ को आगे चलकर अंतरराष्ट्रीय पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसके लिए देशभर के 50 से अधिक वन्यजीव स्थल और पर्यटन स्थलों को चुना है।
एयर स्ट्रिप या हवाई अड्डे के रूप में चयन
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार देशभर में अब तक सरकार ने 54 गैर.संचालन हवाई पट्टियों की पहचान की है। यह सभी देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों और पर्यटक वन्यजीव अभयारण्यों के नजदीक हैं। मध्यप्रदेश में कुल सात स्थानों पर एयरस्ट्रिप या हवाई अड्डा बनाने के लिए स्थलों का चयन किया गया है।
वन्य जीव अभयारण्य के नजदीक प्रस्तावित एयरस्ट्रिप
सतना ढाना सागर और मंडला
धार्मिक स्थल के नजदीक प्रस्तावित ये एयर स्ट्रिप
सीधी के साथ खरगोन खंडवा और पचमढ़ी में।
2 चरणों में मांगी जाएंगी निविदाएं
मंत्रालय एयर स्ट्रिप के निर्माण और हवाई अड्डों के विस्तार के लिए दो चरणों में एयरलाइनों और विनिर्माण कंपनियों से निविदाएं मांगेगा। मौजूदा वित्तीय वर्ष मे बोलियां आमंत्रित कर कार्य की शुरुआत हो जाएगी।
योजना का उद्देश्य
अभयारण्यों पर्यटन स्थलों या आध्यात्मिक स्थानों के करीब हवाई पट्टियों को बढ़ावा देना या पुनर्जीवित करना है। जिन संभावित हवाई अड्डों की सूची तैयार की गयी है। इनमें से अधिकांश गंतव्यों में पहले से ही या तो बिना सेवा वाली छोटी हवाई पट्टियां मौजूद हैं।