Friday, October 3

दिल्ली से रांची लौटे झारखंड के राज्यपाल रमेश बैंस, CM हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता पर कभी भी आ सकता है फैसला

झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता को लेकर लगातार सियासी संकट जारी है। इस सियासी संकट के बीच राज्यपाल रमेश बैंस लगभग एक हफ्ते के लिए दिल्ली दौरे पर चले गए थे, जिसके बाद वह अब रांची लौट आए हैं। रांची रवाना होने के पहले राज्यपाल रमेश बैंस ने मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के विधायकों को आश्वासन दिया था कि वह जल्द ही CM हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता को लेकर अपना पक्ष स्पष्ट करेंगे।

दरअसल निर्वाचन आयोग ने ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में CM हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए 25 अगस्त को सिफारिस की है। तभी से राज्य में लगातार राजनीतिक ड्रामा जारी है। वहीं राज्यपाल की ओर से अब तक इस मामले में कोई भी फैसला नहीं दिया गया है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हासिल कर चुके हैं विश्वास मत

झारखंड में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार, 5 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया, जिसमें उन्होंने बहुत ही आसानी से विश्वास मत हासिल कर लिया है। झारखंड सरकार के पक्ष में 81 में से 45 विधायकों ने वोट किया। वहीं मुख्य विपक्षी दल BJP के विधायकों ने विश्वास मत पेश करने से ठीक पहले विधानसभा से वॉकआउट किया, जिसके कारण विपक्ष की ओर से विरोध में एक भी वोट नहीं डाला गया।

हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर लोकतंत्र को तबाह करने का लगाया आरोप

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा में विश्वास मत के पहले संबोधित करते हुए बीजेपी पर लोकतंत्र को तबाह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि “लोग मार्केट में सामान खरीदते हैं, लेकिन भाजपा विधायकों को खरीदती है।” मैं दोलनकारी का बेटा हूं, इनसे डरने वाला नहीं हूं। न ही मैं डरा हूं और न ही किसी को डराऊंगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की सिपारिस को लेकर मीडिया में खबरे आने के बाद राज्य में अस्थिरता की स्थिति है लेकिन राज्यपाल अभी भी चुप हैं। वह चुपके से दिल्ली चले गए हैं।