Thursday, October 2

“LG के खिलाफ होनी चाहिए ED रेड”, AAP विधायक दुर्गेश पाठक ने उपराज्यपाल पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इन दिनों सियासी पारा काफी गर्म है। आम आदमी पार्टी के द्वारा लाई गई आबकारी नीति को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष यानी आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी आमने सामने हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर अपनी सरकार के लिए विश्वास मत प्रस्तुत किया। वहीं इससे पहले उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली में बीजेपी का ‘ऑपरेशन लोटस’ फेल हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्टूडेंट के कर्जे माफ नहीं करते हैं, मिडिल क्लास के आदमी ने कर्जा लेकर गाड़ी खरीदी और वो एक किश्त नहीं दे पाया तो उसकी गाड़ी जब्त कर लेते हैं, घर जब्त कर देते हैं लेकिन अपने दोस्तों के लाखों करोड़ रुपए माफ कर देते हैं।

वहीं आगे मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अंग्रेजों ने हमारे देश को जब गुलाम बनाया था तब वह लगान के जरिए अत्याचार करते थे। भाजपा सरकार भी इसी तरह का काम कर रही है, टैक्स के जरिए आम जनता से वसूली की जा रही है और उनपर अत्याचार भी किया जा रहा है।

“LG के खिलाफ होनी चाहिए ED रेड”

दिल्ली विधानसभा में विधायक दुर्गेश पाठक ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना पर खादी के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने भ्रष्टाचार किया, जब वह खादी के चेयरमैन थे। तीन दिन पहले मेरे पास एक फाइल आई और उस फाइल को पढ़ कर मैं दंग रह गया कि किस तरह से नोटबंदी के दौरान LG साहब 1400 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार में लिप्त थे। इसके साथ उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल के खिलाफ ED की रेड होनी चाहिए। ये मनीलांडिंग का मामला है, यह भ्रष्टाचार है। उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए जब तक जांच चले, उन्हें कोई अधिकार नहीं LG के पद पर बने रहने का। इसके बाद दुर्गेश पाठक ने उपराज्यपाल को पद से हटाने की मांग की।

जिन लोगों ने घोटाले का खुलासा किया उन्हें किया गया सस्पेंड

विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि इस भ्रष्टाचार की जांच में लीपापोती की गई। उन्होंने कहा कि मैं दो कैसियर संजीव कुमार और प्रदीप यादव को सलाम करते हुए धन्यवाद देता हूं। इन लोगों ने अपनी जान पर खेलकर इस घोटाले का खुलासा किया। इसके बाद दुर्गेश पाठक ने कैसियर संजीव कुमार के बयान को पढ़ते हुए कहा कि खादी ग्राम उद्योग में पुरानी नोट बदलने का सिलसिला चला। विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि यह 1400 करोड़ से ज्यादा का भ्रष्टाचार है। दोनों कैसियर ने हर फौरम में शिकायत की, जिसके बाद जांच हुई और इन्ही दोनों कैसियर को सस्पेंड कर दिया गया।