Tuesday, September 30

तेलंगाना : उपचुनाव वाले मुनुगोड़ु में आज जनसभा को संबोधित करेंगे अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज तेलंगाना के नलगोंडा जिले के मुनुगोड़ु में एक सार्वजनिक रैली में भाग लेंगे, जहां कांग्रेस विधायक के राजगोपाल रेड्डी के इस्तीफे के बाद उपचुनाव होना है। बीजेपी की यह रैली तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा मुनुगोड़ु के निर्वाचन क्षेत्र में शनिवार को एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने के एक दिन है। एक दिन पहले ही उपचुनाव के लिए टीआरएस पार्टी की तैयारियों का संकेत दिए है। तेलंगाना के प्रभारी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा कि अमित शाह की उपस्थिति में रामगोपाल रेड्डी बीजेपी में शामिल होंगे।

उपचुनाव की तैयारियों में जुटी पार्टियां
मौजूदा विधायक कोमातीरेड्डी राजगोपाल रेड्डी के इस्तीफे के बाद भाजपा ने यहां पूरा ध्यान केंद्रित किया है। चुनाव आयोग ने अभी उपचुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन इस बीच भाजपा, टीआरएस और कांग्रेस ने चुनावी योजना और चुनावी रणनीतियां शुरू कर दी हैं।

दलित कार्यकर्ता के घर करेंगे भोजन
भाजपा के मेगा आउटरीच के बारे में जानकारी देते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्य प्रभारी तरुण चुग ने कहा कि अमित शाह की सार्वजनिक रैली शाम 4 बजे होगी। मुनुगोड़े रैली को संबोधित करने के लिए जाने से पहले शाह के उज्जैनी महाकाली देवस्थानम में प्रार्थना करेंगे। इसके बाद अनुसूचित जाति कार्यकर्ता के घर पर दोपहर का भोजन करने की उम्मीद है।

आगे की रणनीति की करेंगे घोषणा
मीडिया से बात करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और तेलंगाना प्रभारी तरुण चुग ने अमित शाह के एक बार फिर तेलंगाना पहुंचने की पुष्टि की, अमित शाह मुनुगोड़े में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। तरुण चुग ने कहा कि राजगोपाल रेड्डी के अलावा क्षेत्र के कई नेता सार्वजनिक कार्यक्रम में पार्टी में शामिल होंगे। मुनुगोड़े उपचुनाव और तेलंगाना में भी अमित शाह बीजेपी के लिए आगे की रणनीति की घोषणा करेंगे।

तानाशाही केसीआर का शासन भी होगा खत्म
मीडिया से बात करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा कि तेलंगाना में लोकतंत्र को मौत के घाट उतार दिया गया है। राज्य के मुख्य दुश्मन भ्रष्टाचार और पारिवारिक राजनीति हैं। भ्रष्टाचार की बात करने पर केसीआर क्यों डरते हैं, जिस तरह पूर्व दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का तानाशाही शासन खत्म हुआ। ठीक उसी तरह केसीआर का शासन भी खत्म होगा।