Saturday, September 27

हेलीकॉप्टर के साथ रात 2 बजे मौके पर पहुंचे सेना के 200 जवान, डैम फूटने से पहले रेस्क्यू की फुल तैयारी

धार. मध्यप्रदेश के दो जिलों में तबाही मचने से पहले ही रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सेना के जवान और हेलीकॉप्टर पहुंच गए हैं, शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे सेना ने पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है, हालांकि प्रशासन ने पहले ही कई गांव और नगर खाली करवा लिए, ताकि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हो, लेकिन अगर डैम फूटता है तो तबाही तो निश्चित मचेगी, इसलिए सेना के जवान और हेलीकॉप्टर मौके पर पहुंच गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की विपरित परिस्थति से भी निपटा जा सके।

धारा 144 लगाई, पल-पल का अपडेट ले रहे सीएम
धार डैम को बचाने के लिए सेना के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है, धार के 11 और खरगोन के करीब 6 गांव खाली करवा लिए गए हैं, प्रशासन ने एतिहात के तौर पर धारा 144 लागू कर दी है, सीएम शिवराजसिंह चौहान मौके से पल-पल का अपडेट ले रहे हैं, डैम से पानी निकालकर डैम पर पानी का प्रेशर कम किया जा रहा है।

10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा

धार के धरमपुरी ब्लॉक में 303.44 करोड़ रुपए से बना बांध पहली बारिश में ही दरक गया। मामला भारूड़पुरा घाट के कोठिदा में कारम नदी पर बने डैम का है। इस बांध का अभी 70 फीसदी निर्माण पूरा हुआ है। पूरा बनने से पहले ही घटिया निर्माण की पोल खुल गई। सुरक्षा के मद्देनजर बांध के आसपास के 15 गांवों को अलर्ट कर 9 गांवों को खाली करा लिया गया है। 10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा है।

डैम को खाली करने दीवार को बीच से काट दियाशुक्रवार सुबह दो स्थानों पर पानी का रिसाव बढ़नेे और मिट्टी धंसने का सिलसिला शुरू हुआ। डैम को खाली करने दीवार को बीच से काट दिया गया है, जिससे पानी सीधे नर्मदा नदी में चली जाए। दरअसल, 15 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी के बाद सरकार अलर्ट मोड पर है। भोपाल से मॉनीटरिंग की जा रही है। एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टर और आर्मी की एक कंपनी को रिजर्व रखा है। घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। मौके पर धार, खरगोन और खंडवा के एसपी व कलेक्टरों को तैनात किया है।

मीटर से ज्यादा है बांध की ऊंचाईडैम फूटने की आशंका के चलते 9 गांव खाली करवाए गए। खरगोन के कुछ गांव भी खाली करवाए गए हैं। लोगों की आंखों में घर छोड़नेे का दर्द था। कोठिदा, भारूड़पुरा, दुगनी, इमलीपुरा, भांडाखो, डेहरिया, सिमराली, डहीवर, सिरसोदिया, लसनगांव आदि को खाली करवाया गया है।

200 जवान मौके पर, सेना ने संभाला मोर्चा

डैम को फूटने से बचाने के लिए सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। 200 जवान रात 2 बजे मौके पर पहुंच गए हैं।इनमें सेना की इंजीनियरिंग विंग के 40 जवान और अफसर शामिल हैं। एनडीआरएफ के डीजी ने मध्यप्रदेश के एसीएस होम राजेश राजौरा को बताया कि एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीम (सूरत, वड़ोदरा, दिल्ली और भोपाल से एक-एक टीम) भी मौके के लिए रवाना कर दी गई है। हर टीम में 30-35 ट्रेंड जवान हैं। इंदौर संभाग और धार जिले के सभी संबंधित उच्च अधिकारी रात में धमनोद और बांध साइड पर ही रुकेंगे और बचाव कार्य का सतत निगरानी करेंगे।

जाम में घंटों फंसे रहे लोगडै म में रिसाव बढ़ने के कारण शुक्रवार सुबह 10 बजे एबी रोड राऊ-खलघाट फोरलेन पर वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई। इस कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गई थीं। बारिश बंद होने से डैम का जलस्तर कम हुआ। ऐसे में शाम 3.30 बजे वाहनों की आवाजाही शुरू करवाई गई।

303 करोड़ की इस योजना में लोगों ने भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण की शिकायत की थी, लेकिन किसी ने कार्रवाई नहीं की।-कमलनाथ, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष

मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल प्राथमिकता बांध को खाली करना है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

-एसएन मिश्रा, एसीएस, जल संसाधन

हमारी प्राथमिकता डैम की मरम्मत करवाना है, ताकि जान-माल का खतरा न हो। जिम्मेदारों पर कार्रवाई भी करेंगे।

-तुलसी सिलावट, मंत्री, जल संसाधन