Saturday, October 4

नोनी में भूस्खलन में अब तक 20 की मौत, 44 लोग अभी लापता

मणिपुर के नोनी में भूस्खलन में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दर्जनों लोग अभी भी लापता बताए जा रहे है। बड़े पैमाने पर रेस्क्यू का काम चल रहा है। खराब मौसम के कारण राहत एवं बचाव कार्य में परेशानी हो रही है। भारतीय सेना ने कहा कि मणिपुर में भूस्खलन के बाद लापता हुए तलाश जारी है। प्रादेशिक सेना के 15 लापता जवानों और 29 स्थानीय लोगों की तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने हादस पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को मुआवजे की घोषणा की है। बता दें कि मणिपुर के नोनी में बुधवार रात टुपुल रेलवे निर्माण स्थल पर भूस्खलन हुआ। भूस्खलन में घायल होने वाले लोगों का इलाज नोनी आर्मी मेडिकल अस्पताल में किया जा रहा है।

15 जवान, 29 स्थानीय लोगों की तलाश जारी
भारतीय सेना नोनी में भूस्खलन के बाद लापता लोगों की तलाश कर रही है। प्रादेशिक सेना के 15 लापता जवानों और 29 स्थानीय लोगों की तलाश जारी है। एजेंसी के मुताबिक अब तक 13 प्रादेशिक सेना के जवानों और 5 स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित बचा लिया गया है। प्रादेशिक सेना के 15 जवानों और 5 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं।

रात-दिन जारी राहत एवं बचाव कार्य
बड़े पैमाने पर रेस्क्यू का काम चल रहा है। सेना ने कहा है कि खराब मौसम के बीच असम राइफल्स और प्रादेशिक सेना की टुकडि़यां दिन राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। यह अभियान रात में भी जारी रहेगा। इसमें रेलवे के नागरिक प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित स्थानीय लोग भी अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं।

मृतकों के परिजनों को पांच लाख की अनुग्रह राशि
मुख्यमंत्री ने आपातकालीन बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने मृतकों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों में से 50-50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। सीएम ने घटनास्थल का दौरा किया. इसके साथ ही बचाव अभियान में लगे कर्मियों को प्रोत्साहित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह से फोन पर बातकर भूस्खलन की स्थिति की समीक्षा की है और केंद्र से हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया।