Wednesday, September 24

भाजपा में महापौर पद को लेकर बैठक में खींचतान के बीच अटका ऐलान

भोपाल। नगरीय निकाय चुनाव को लेकर इसके फार्म भरने की तारीख आ जाने के बावजूद भाजपा अब तक महापौर के नाम पर ही एक मत नहीं हो सकी है। जिसके चलते अब तक इनकी घोषणा तक नहीं की जा सकती है। यहां तक की इन्हें लेकर कई बार की गई बैठकें तक पूरी तरह से फेल ही साबित हुई है।

ऐसे में अभी भी नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा नेता बैठकों पर बैठकें कर रहे हैं, लेकिन टिकट के लिए खींचतान खत्म होने का नाम नहीं ले रही। रविवार को भी मंथन का दौर चला। सहमति नहीं बन पाने से अब दिल्ली से निर्णय होगा। उधर, दावेदार भी चक्कर लगाते रहे।

प्रदेश भाजपा ने रविवार को होने वाली सांसद-विधायकों सहित अन्य प्रदेश स्तरीय बैठकें रद्द कर दी थीं। इनके स्थान पर जिला चयन समितियों की बैठकें हुईं। कई जिलों की समिति के नेता भोपाल पहुंचे।

प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा व संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने रायशुमारी की। इस बीच सोमवार को फिर बैठक होगी। उन नामों पर विचार होगा, जो रविवार को फाइनल नहीं हो पाए। पार्षदों की रायशुमारी भी जिलों से की गई है, जिन पर सोमवार को फैसला लिया जा सकता है।

उधर, दावेदार दर-दर घूमे। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने विधायक रमेश मेंदोला पहुंचे। बाद में मेंदोला प्रदेश अध्यक्ष से भी मिले। सिंधिया के बंगले पर कई लोगों उन्हें बायोडाटा सौंपे। प्रदेश भाजपा कार्यालय में भी भीड़ रही। समाजों के प्रतिनिधियों ने दबदबा दिखाकर टिकट मांगा।

चारों बड़े शहरों में यहां फंसा पेंच-
भोपाल: सही चेहरे की दरकार
संगठन ने विधायक कृष्णा गौर को मजबूत माना है, पर उन्हें टिकट देने से इंदौर में रमेश मेंदोला का दावा मजबूत होगा। रमेश को टिकट देने पर इंदौर के पूरे समीकरण प्रभावित होंगे। विधायक को टिकट पर अब दिल्ली से मार्गदर्शन लिया जा रहा है। इसके अलावा भोपाल में भाजपा के तीनों विधायकों की पसंद भी अलग-अलग है।