विदिशा। शहर में बाढ़ रोकने के ठोस प्रयास तो नगरपालिका नहीं कर पाई है,लेकिन बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित ठहराने के इंतजाम की तैयारी नपा ने पूरी कर ली है। इसके तहत बाढ़ राहत शिविरों के लिए छह स्कूल चिन्हित किए गए हैं। इसके अलावा एक सामुदायिक भवन व धर्मशाला भी चिन्हित की गई है, जहां बाढ़ प्रभावितों के लिए ठहराने के अलावा अन्य समुचित व्यवस्थाएं की जाएंगी। नपा कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक जिन स्कूलों को चिन्हित किया गया उनमें एसएसएल जैन स्कूल, शासकीय माधवगंज स्कूल क्रमांक-1 एवं दो, सनराइजर स्कूल हरिपुरा, शासकीय बरईपुरा स्कूल, सेंट मेरी कॉलेज शामिल हैं वहीं बजरिया में सिंधी लक्षकार धर्मशाला एवं जय कांप्लेक्स एवं सामदायिक भवन भगतसिंह कॉलोनी में बाढ़ प्रभावितो को रोकने के प्रबंध किया जाना सुनिश्चित किया गया है। इन संस्थाओं के संचालकों को पत्र लिखे जा चुके हैं कि अतिवर्षा के दौरान बाढ़ से बचाव के लिए लोगों इन संस्थाओं में ठहराया जाएगा। ऐसे में संस्था परिसर बाढ़ नियंत्रण प्रभारियों को सौंपते हुए उन्हें चाबी उपलब्ध कराई जाए।
बाढ से बचाव व राहत कार्य के लिए दल भी बनाए
नपा ने अतिवर्षा की िस्थति से निपटने एवं बचाव एवं राहत कार्य के लिए दल भी बनाए हैं। इनमें प्रत्येक दल में एक सब इंजीनियर सहित सहायक, स्वास्थ्य दल एवं श्रमिकों को शामिल किया गया है। इसमें शहर में तीन दल बनाए गए हैं। इनमें एक दल के पास वार्ड-1 से वार्ड-13 तक की जिम्मेदारी रहेगी। वहीं दूसरा दल वार्ड-14 से 26 तक के वार्ड में बाढ़ बचाव व राहत कार्य देखेंगे। इसी तरह दल तीन को वार्ड 27 से 39 तक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन पूरे 39 वार्ड में इंजीनियर सहित 70 से अधिक कर्मचारियों की ड्यूटी तय की जा चुकी है।
रात्रि कालीन दल भी बनाया
नपा ने एक रात्रिकालीन दल भी बनाया है। यह दल नपा स्वास्थ्य शाखा गैराज में रात 6 बजे से सुबह 6 बजे तक ड्यूटीरत रहेगा। इसके प्रभारी एक इंजीनियर सहित उनके साथ तीन सहायक एवं 8 कर्मचारी रहेंगे वहीं सात वाहन चालक भी उपलब्ध रहेंगे। जो किसी तरह की सूचना मिलने पर उसे रजिस्टर में दर्ज कर बाढ़ बचाव का कार्य करेंगे।
यहां रहेंगे नियंत्रण कक्ष
नपा द्वारा की गई बाढ़ बचाव की तैयारी के तहत दो बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। इनमें एक बस स्टैंड िस्थत नपा के पुराने कार्यालय में रहेगा जहां संबंधित कर्मचारी नियंत्रण कक्ष में उपिस्थत होकर राहत एवं बचाव कार्य करेंगे। वहीं दूसरा पुराना जिला अस्पताल िस्थत नपा कार्यालय में नियंत्रण कक्ष रहेगा जहां तीन शिफ्टों में प्रभारी सहित तीन-तीन कर्मचारी मौजूद रहेंगे। यहां जेसीबी, वाहन, गैती फावड़ा, सब्बल, रस्सा, टार्च, ट्यूब आदि आवश्यक सामग्री की उपलब्धता रहेगी।
आपदा प्रबंधन में यह तैयारियां
नपा से मिली जानकारी के अनुसार आपदा प्रबंधन के तहत की तैयारियों में नाले, स्ट्रोम वाटर ड्रेन, एवं सीवरेज प्रणाली की साफ-सफाई एवं जल भराव निकासी के लिए 2 नग मोटर पंप, जनरेटर, फ्लड लाइट, दो जेसीबी, लोडाल वाहन, रोबोट वाहन, आदि साधन उपलब्ध है। वहीं दवा के छिड़काव के लिए 30 स्प्रे पंप, दो मिनी ट्रेक्टर रहेंगे। सफाई व्यवस्था के तहत गंदगी वाले स्थानों पर कीटनाशक पावडर एवं ब्लीचिंग पावडर की पर्याप्त उपलब्धता की गई है। बाढ़ नियंत्रण के लिए कार्यपालन यंत्री अनिल पिप्पल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।