Tuesday, September 23

राष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष को एकजुट करने में जुटीं ममता बनर्जी, 15 जून को दिल्ली में बुलाई संयुक्त बैठक

राष्ट्रपति चुनाव से पहले एक बार फिर से विपक्ष को एकजुट करने की तैयारी शुरू हो गई है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को विपक्षी दलों के 22 नेताओं को पत्र लिखकर उनसे आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त रणनीति तैयार करने को लेकर 15 जून को नयी दिल्ली में बुलाई गई बैठक में भाग लेने का अनुरोध किया है। ममता बनर्जी भी दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में विपक्ष के मुख्यमंत्रियों और नेताओं के साथ संयुक्त बैठक में भाग लेंगी।

बता दें, राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान और 21 जुलाई को काउंटिंग का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। वहीं नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 29 जून होगी। इसलिए राष्ट्रपति चुनाव का शंखनाद होने के साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गैर-भाजपा शासित राज्यों के विपक्षी नेताओं और उनके समकक्षों से संपर्क साधा है।
ममता बनर्जी ने जिन नेताओं को संयुक्त बैठक के लिए बुलावा भेजा है, उनमें आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केरल के सीएम पिनरई विजयन, बीजेडी प्रमुख और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पंजाब के सीएम भगवंत मान शामिल हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पत्र लिखा है।
ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने एक बयान में कहा, “हमारी माननीय अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सभी प्रगतिशील विपक्षी ताकतों से राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर 15 जून को दोपहर 3 बजे कॉन्स्टिट्यूशन क्लब नई दिल्ली में बैठक करने और भविष्य के कदमों पर विचार करने का आह्वान किया है।”
ममता बनर्जी ने सभी प्रगतिशील विपक्षी ताकतों से राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर 15 जून को दोपहर 3 बजे कॉन्स्टिट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में बैठक करने और भविष्य के कदमों पर विचार करने के लिए बुलाया है। माना जा रहा है कि 2021 में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव में भारी जीत के बाद से एक प्रमुख राष्ट्रीय भूमिका निभाने की मांग कर रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ एक सर्वसम्मति से विपक्षी उम्मीदवार खड़ा किया जा सके।