विदिशा. बोहरा समाज के धर्मगुरू Dr Syedna बुधवार की शाम रायसेन की ओर विदा हो गए। इससे पहले उन्होंने बोहरा समाज की मस्दिज में नमाज अदा कराई। मस्जिद का नामकरण सैफी मस्जिद किया और फिर लोगों को वतन से मोहब्बत और वफादारी का पैगाम देकर उनका काफिला आगे बढ़ गया। सैयदना को विदा करते हुए कई आंखें नम हो गईं। सैयदना आकर चले भी गए, लेकिन समाज के कई लोगों को अब भी ये सपना सा लग रहा है। वे यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि सैयदना उनके सामने थे, उनके घर आए थे और उनकी दावत कुबूल की थी।समाज के मुर्तजा बोहरा ने बताया कि अपने प्रवास के दूसरे दिन डॉ सैयदना साहब सुबह करीब 10.45 बजे मस्जिद पहुंच गए थे, यहां उनका आत्मीय स्वागत किया गया। सैयदना ने यहां मस्जिद का नाम सैफी मस्जिद करने का ऐलान किया। यहां उन्होंने प्रवचन दिए। डॉ सैयदना ने बोहरा समाज के लोगों को गुटखा, बीड़ी, सिगरेट, शराब जैसी नशे से दूर रहने की नसीहत दी। उन्होंने वतन से मोहब्बत और वफादारी निभाने का पैगाम दिया। सैयदना ने इमाम हुसैन को भी याद किया। उन्होंने समाज के लोगों से आपस में बैर न रखने की बात भी कही। यहां मस्जिद में उन्होंने नमाज अदा कराई और शाम 4 बजे उनका काफिला रायसेन की ओर बढ़ गया।
कलेक्टर-एसपी ने की मुलाकात
डॉ सैयदना से आशीर्वाद लेने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव और एसपी डा मोनिका शुक्ला, एसडीएम जीएस वर्मा, तहसीलदार सरोज अग्निवंशी भी पहुंचे। कलेक्टर से सैयदना से अमन चैन कायम रखने की बात कही। उन्होंने इसके लिए दुआ भी की।