Thursday, September 25

क्यों निरस्त हुआ कांग्रेस नेता दीवान ​किरार का नामांकन

 

विदिशा. जिला पंचायत के वार्ड तीन से कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष और कांग्रेस के पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष दीवान सिंह किरार का नामांकन निरस्त होने का खूब हल्ला मचा हुआ है। दीवान पूरे दस्तावेज लगाने की बात कह रहे हैं, जबकि जिला निर्वाचन अधिकारी का स्पष्ट कहना है कि नामांकन में जरूरी दस्तावेज ही नहीं थे, जब उनकी पूर्ति के लिए कहा गया तो अंतिम समय तक कोई नहीं आया। खूब बुलाया गया लेकिन दस्तावेजों की पूर्ति के लिए कोई नहीं पहुंचा इसलिए नामांकन निरस्त हो गया। कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी उमाशंकर भार्गव ने बताया कि दीवान किरार ने जिस वार्ड के लिए नामांकन भरा था वह ओबीसी के लिए आरक्षित था, लेकिन दीवान किरार ने नामांकन के साथ उनके ओबीसी वर्ग में शामिल होने का न तो जाति प्रमाणपत्र दिया और न ही इसका कोई शपथ पत्र। इतना ही नहीं उन्होंने बिजली कंपनी का अनापत्ति प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत नहीं किया। उनके प्रस्तावक से जब इन खामियों के बारे में कहा गया तो उन्होंने कल आकर दस्तावेज पूरे करने की बात कही। इसके बाद सुबह 10. 30 बजे से दोपहर 1 बजे तक लगातार उनके नाम की आवाज लगाई जाती रही, लेकिन बार-बार बुलाने पर भी कोई नहीं आया। इस पर मजबूर होकर फार्म निरस्त करना पड़ा। कांग्रेस के एक जिम्मेदार पद पर रहते हुए दीवान किरार का नामांकन निरस्त होने को लेकर तमाम चर्चाएं चल रही हैं। माना जा रहा है फार्म का अधूरा भरा जाना भी किसी योजना का हिस्सा माना जा रहा है। हालांकि विधायक शशांक भार्गव और खुद दीवान किरार इसे राजनैतिक दबाव में प्रशासन का किया धरा बता रहे हैं।