वाईआईएपीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ईपीसी काम के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स के साथ साझेदारी होने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी के होने से हमारी परियोजना अगले चरण में प्रवेश करेगी।
उत्तर प्रदेश (UP) के जेवर (Jewar) में आगामी नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Noida International Airport) के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी अब टाटा समूह (TATA Group) के कंधों पर होगी। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) की तरफ से शुक्रवार को जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि नोएडा हवाई अड्डे का ठेका टाटा समूह को मिल गया है। इस अनुबंध के तहत हवाई अड्डे पर टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़कों, उपयोगिताओं और अन्य सहायक भवनों का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स कराएगी।
स्विटजरलैंड की कंपनी सहायक कंपनी है वाईआईएपीएल
आपको बता दें कि वाईआईएपीएल स्विटजरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी है। जिसे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास के लिए एक विशेष उद्देश्यीय कंपनी (एसपीवी) के रूप में जोड़ा गया है। बयान में ये भी कहा गया है कि वाईआईएपीएल ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड का चयन किया है।
हर साल 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता
दरअसल वाईआईएपीएल कंपनी को आखिरी तीन दिन के अंदर उसकी बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के डिजाइन, खरीद और निर्माण में उसके अनुभव के आधार पर चुना गया है। इसके अंर्तगत कुल 1,334 हेक्टेयर में फैली ग्रीनफील्ड सुविधा के पहले चरण में 5,700 करोड़ रुपये के निवेश से एकल रनवे परिचालन शुरू किया जाएगा, जिसकी क्षमता हर साल 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी।’
उधर, वाईआईएपीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ईपीसी काम के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स के साथ साझेदारी होने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी के होने से हमारी परियोजना अगले चरण में प्रवेश करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे कार्यस्थल पर निर्माण गतिविधियों में तेजी आएगी। गौरतलब है कि नए हवाई अड्डे का निर्माण 2024 तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही हैं।