विदिशा। मध्यप्रदेश में सुरक्षा एक बड़े सवाल के रूप में जन्म लेती दिख रही है, जहां एक ओर पहले महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रदेश की सरकार पर तमाम तरह के सवाल खड़े हो चुके हैं। वहीं अब प्रदेश के विभिन्न शहरों में बदमाशों का बेखौफ होना एक बार फिर सरकार द्वारा सुरक्षा के दावा किए जाने पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
ऐेसा ही एक मामला विदिशा से सामने आया है, जहां पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार से आरटीआइ कार्यकर्ता बने रंजीत सोनी (42) की पीडब्ल्यूडी ऑफिस परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। शाम 5 बजे बदमाशों ने करीब से सिर में गोली मारी। परिसर में उनकी बाइक पर टंगे थैले से आरटीआइ संबंधी दस्तावेज मिले हैं।
एएसपी समीर यादव व टीआइ योगेंद्र सिंह दांगी ने जांच की। एफएसएल टीम को भी बुलाया। एएसपी ने बताया, मृतक के परिजनों के अनुसार, तीन ठेकेदारों से रंजीत का विवाद था। रंजीत ने एक दिन पहले बुधवार को पीडब्ल्यूडी से जुड़े काम की 100 पेज की जानकारी आरटीआइ से ली थी। 2015-17 के काम की जानकारी भी मांगी थी। एएसपी ने बताया, सुराग मिले हैं। जल्द ही आरोपी गिरफ्तार होंगे।
साप्ताहिक अखबार भी चलाता था आरटीआइ कार्यकर्ता
रंजीत ने 10 साल पहले ठेकेदारी छोड़ दी थी। वह विदिशा में श्रुतिलेख जागरण नाम से साप्ताहिक अखबार भी निकालता था। चुनाव के ठीक पहले हुई इस हत्या में एसपी मोनिका शुक्ला घटनास्थल पहुंचीं। विभाग अफसरों और कर्मचारियों से पूछताछ कर बयान भी दर्ज किए।
आइजी इरशाद वली भी पहुंचे विदिशा
पुलिस ने मौके से गोली का खोखा बरामद किया है। पीडब्ल्यूडी के संभागीय लेखा अधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया, हम लोग समीक्षा बैठक की जानकारी तैयार कर रहे थे। इसी बीच पटाखे जैसी आवाज आई। बाहर देखा तो रंजीत जमीन पर पड़ा था।
सिविल लाइन टीआइ पहुंचे। पंचायत चुनाव के नामांकन के कारण काफी भीड़ थी। पुलिस को भीड़ नियंत्रित करने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आइजी इरशाद वली भी विदिशा पहुंचे। एएसपी यादव ने बताया कि पीडब्ल्यूडी ऑफिस के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे खराब हैं, पर कुछ सुराग मिले हैं।