भोपाल. मध्यप्रदेश में आगामी पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण पर रार मची हुई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव कराने के फैसले के बाद जहां प्रशासनिक मशीनरी चुनाव की तैयारियों में जुट गई वहीं दोनों प्रमुख दल ओबीसी को अपने पक्ष में करने की कोशिश में लग गए। अब जबकि चुनावों के लिए आरक्षण पूरा हो चुका है, चुनावों के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई तब यह बात भी सामने आ चुकी है कि दरअसल ओबीसी की आरक्षित सीटें कम हुई हैं। इस मामले में अब कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने बीजेपी पर ओबीसी को धोखा देने का बड़ा आरोप लगाया है।
भाजपा संगठन और प्रदेश सरकार पर आरक्षण के नाम पर OBC वर्ग के साथ धोखाधड़ी करने का बड़ा आरोप – चुनावों के लिए आरक्षण प्रक्रिया संपन्न होने और चुनाव तारीखों के ऐलान होने के बाद शनिवार को कमलनाथ मीडिया से रूबरू हुए. पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने भाजपा संगठन और प्रदेश सरकार पर आरक्षण के नाम पर OBC वर्ग के साथ धोखाधड़ी करने का बड़ा आरोप लगाया। इस आरोप के समर्थन में कमलनाथ ने आगामी पंचायत चुनाव में OBC आरक्षण के आंकड़े भी पेश किए।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और भाजपा ओबीसी के सबसे बड़े हितैषी होने का महज खोखला दावा कर रहे हैं. हकीकत यह है कि प्रदेश में आगामी चुनावों के लिए हुए आरक्षण में ओबीसी वर्ग की सीटें कई गुना घट गई हैं जिससे ओबीसी का प्रतिनिधित्व घटना तय हो गया है. कमलनाथ ने आरक्षण के आंकड़े पेश करते हुए बताया कि प्रदेशभर में जिला पंचायत के पूरे 875 सदस्य हैं। इनमें आरक्षण से OBC को महज 98 पद मिले हैं। इस तरह जिला पंचायत सदस्यों के लिए प्रदेश में ओबीसी को केवल 11.2% आरक्षण ही मिला है। स्थिति ये है कि मध्यप्रदेश में जिला पंचायत सदस्य के लिए 19 जिलों में OBC को एक भी पद नहीं मिला है। ऐसा ही हाल जनपद पंचायत का भी है।