विदिशा. मुझे नेतागिरी मत बताना। कह दिया न प्रमाणपत्र बनवा दूंगा। तुम्हारा काम है तो खुद आना चाहिए। जनप्रतिनिधियों को साथ लाने की क्या जरूरत है। और हां, आप जनप्रतिनिधि हो तो विधायक जी के घर जाकर नेतागिरी करो। मुझे नेतागिरी मत बताना। मैं किसी का गुलाम नहीं हूं। जनपद पंचायत नटेरन के सीइओ शंकरलाल कुरेले ने कुछ इस तरह की बात रमपुरा जागीर के चौकीदार राजाराम अहिरवार और उनके साथ फौती नामांतरण के लिए 6 माह से भटक रहे उस युवक से कही जो खुद को जनप्रतिनिधि बता रहा है। सीइओ का यह वीडियो करीब 5 दिन पुराना बताया जा रहा है जो अब खूब वायरल हो रहा है। दरअसल रमपुरा जागीर के चौकीदार राजाराम अहिरवार की पुत्रवधु की एक सड़क हादसे में 14 अप्रेेल को मौत हो गई थी, उसके बाद से वह मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भटक रहा है। इस संबंध में जब वह सीइओ कुरेले से मिला तो ऑफिस के बाहर कुरेले ने उसे जमकर फटकार लगाई। चौकीदार से सीइओ ने कहा कि मुझे नेतागिरी मत बताना, मैंने कह दिया न प्रमाणपत्र बनवा दूंगा, सब्र रखो, हां, मैं किसी का गुलाम नहीं हूं, नौकरी कर रहा हूं गुलामी नहीं। इस पर चौकीदार के पास ही खड़े एक युवक ने सीइओ को कुछ टोका तो सीइओ ने उसे आडे हाथों लेते हुए पूछा- आप कौन? युवक ने जवाब दिया-मैं जनप्रतिनिधि हूं।
इस पर सीइओ बोले-जनप्रतिनिधि हो तो विधायक जी के घर जाकर नेतागिरी करो। फिर सीइओ ने चौकीदार को फटकारा- तुम्हारा काम है तो तुम्हें खुद आना चाहिए न, जनप्रतिनिधियों के साथ आने की क्या जरूरत हैै। इस पर खुद को जनप्रतिनिधि बताने वाले युवक ने कहा- उनका नहीं, मेरा खुद का भी काम है। छह महीने से फौती नामांतरण के लिए भटक रहा हूं।सीइओ ने जवाब दिया- फौती नामांतरण नहीं हो रहा तो तहसीलदार बैठे हैं उनके पास जाओ।
युवक फिर बोला- मैं कलेक्टर के पास जाऊंगा। इस पर भी सीइओ शांत नहीं हुए, वे तपाक से बोले- बिल्कुल तुम कलेक्टर के पास ही जाना। और 5 नहीं 50 लोगों को लेकर जाओ। ये भी कहो कि सीइओ साहब ने लठ मारे हैं, गालियां बकी हैं।