भोपाल. मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर फिर से दबे पांव दस्तक देने लगा है, चंद दिनों में ही कोरोना के 216 केस सामने आ गए हैं, हालात ये हैं कि 24 घंटे में ही कोरोना के 26 नए केस आने से हड़कंप मचा हुआ है, फिलहाल इंदौर शहर में सबसे अधिक 53 केस बताए जा रहे हैं, ऐसे में फिर से अलर्ट रहना जरूरी है, क्योंकि सारे प्रतिबंध हटते ही लोग बेखौफ हो गए हैं, यहीं कारण है कि जैसे ही लोगों ने मास्क लगाना छोड़ दिया है, वैसे ही कोरोना फिर मंडराने लगा है।
आपको बतादें कि चंद दिनों पहले ही कोरोना की तीसरी लहर खत्म हुई है, तीसरी लहर पहले की दो लहरों की अपेक्षा कमजोर रही, क्योंकि लोगों को इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर मास्क पहनना, सोशल डिस्टेसिंग आदि की आदत पड़ चुकी थी, लोग भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों से भी दूर रहते थे, लेकिन जैसे ही सरकार ने स्थितियां सामान्य होते ही सारे प्रतिबंध हटाए, लोग बेखौफ होकर सारे हदें पार करने लगे, अब लोग बिल्कुल भी एतिहात नहीं बरत रहे हैं, अब तो लोग कहीं भी खाने पीने से पहले साबुन से हाथ भी नहीं धो रहे हैं, सेनेटाईजर का उपयोग बंद हो गया है, मास्क तो लोग भूल ही गए हैं, शादी ब्याह सहित अन्य आयोजन में भी जमकर लोग शामिल हो रहे हैं, अब कोई छींकता-खांसता भी है तो लोगों को उससे कोई दिक्कत नहीं होती, ये ही सब कारण है जिससे कोरोना फिर से दस्तक देने लगा है। इसलिए जरूरी है कि आप एकदम बेखौफ मत होईये, थोड़ी सावधानी बरतना स्वास्थ के लिए बेहद जरूरी है।
24 घंटे में 26 नए केस, 216 एक्टिव केस
मध्यप्रदेश में कोरोना के करीब 216 एक्टिव केस हैं, ये केस चंद दिनों पहले महज 40 से 50 थे, लेकिन जैसे-जैसे शादियों का दौर शुरू हुआ है, वैसे वैसे आंकड़ों में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है फिलहाल मध्यप्रदेश के करीब 20 जिलों में कोरोना ने अपने पैर पसार रखे हैं, जिससे इंदौर जो कि पहले ही कोरोना का हॉट स्पॉट कहा जाता है, वहीं पर सबसे अधिक 53 केस हैं, जानकारी के अनुसार वर्तमान में भोपाल में 42, इंदौर में 53, ग्वालियर में 35, मुरैना में 31, शिवपुरी में 10, टीकमगढ़ में 9, जबलपुर में 7, दतिया में 4, रायसेन, सागर में 3-3, हरदा, राजगढ़, उज्जैन में 2-2 सहित बालाघाट, बैतूल, झाबुआ, कटनी, खंडवा और नीमच में 1-1 एक्टिव केस हैं। सभी का उपचार चल रहा है वैसे रिकवरी रेट भी अधिक होने के कारण चिंताजनक बात नहीं है, लेकिन जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज नहीं लगवाए हैं या फिर जिन्हें कई बीमारियां हैं, उन्हें अलर्ट रहने की जरूरत है।