Thursday, October 2

कोयला संकट के बीच केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया और कितने दिनों तक के लिए है स्टॉक

 

देश में कोयला संकट का मुदा गहराता जा रहा था इस बीच केन्द्रीय मंत्री ने इस बयान को लेकर सस्पष्टीकरण दिया है।

थर्मल पावर प्लांट्स कोयले की कमी से जूझ रही है। इस तरह की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को कहा कि देश के थर्मल पावर प्लांट्स में लगभग 22 मिलियन टन कोयला है जो 10 दिनों के लिए पर्याप्त है, उन्होंने इंपोर्टेड कोयले की कीमतों में उछाल के कारण थर्मल प्लांट को अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं करने का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि पावर मिनिस्ट्री थर्मल पावर प्लांट को आवश्यक निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया, “चूंकि गैस आधारित बिजली संयंत्र बंद हो गया, आयातित कीमतों में बढ़ोतरी हुई, कोई प्लांट पूरी क्षमता से काम नहीं कर रहा था। पावर मिनिस्ट्री ने इसे शुरू करने के निर्देश दिए हैं।”

थर्मल पावर प्लांट में कितना कोयल?
उन्होंने बताया कि हमारे थर्मनल प्लांट में 21-22 मिलियन टन कोयला है, जो 10 दिनों के लिए पर्याप्त है। लगातार स्टॉक्स को भरा जा रहा हैं। प्रह्लाद जोशी ने इससे पहले दिन में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के सीएमडी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी और कोयला उत्पादन और सीसीएल से उठाव बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की थी।

कोयल कितने दिनों के लिए पर्याप्त?
प्रह्लाद जोशी ने बताया कि, “औसतन, हमारे थर्मल पावर प्लांट्स में 21-22 मिलियन टन कोयला है जबकि 72 मिलियन टन कोल इंडिया और अन्य के पास है। यह 10 दिनों के लिए पर्याप्त है, इसलिए कुछ लोग जो कह रहे हैं कि कोयले की कमी है लेकीन ऐसा नहीं है।” उन्होंने बतय कि कोयले का स्टॉक लगातार भरा जा रहा है।

जोशी ने मीडिया को बताया कि एक अर्थव्यवस्था में विभिन्न क्षेत्रों की मांगों के कारण बिजली की मांग भी बढ़ी है। COVID-19 के कारण आई मंदी ने इस सेक्टर पर प्रभाव पद।