सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद रुड़की में आज होने वाली धर्म संसद पर पुलिस ने रोक लगा दी है। उत्तराखंड पुलिस ने रुड़की में धारा 144 भी लागू कर दी है। धर्म संसद के आयोजकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। पुलिस ने कुछ आयोजकों को भी हिरासत में लिया है।
कोर्ट ने कहा था- मुख्य सचिव जिम्मेदार होंगे
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए सख्त चेतावनी दी थी कि हेट स्पीच को रोका नहीं गया तो मुख्य सचिव को जिम्मेदार होंगे। हम मुख्य सचिव को अदालत में तलब करेंगे। हेट स्पीच को लेकर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन होना चाहिए।
कपिल सिब्बल ने की थी धर्म संसद पर रोक की मांग
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्य सचिव को हालात को रिकॉर्ड में रखने और आवश्यकता पड़ने पर अधिकारियों द्वारा किए गए सुधारात्मक उपायों पर हलफनामा दाखिल करने के आदेश दिए गए हैं। जस्टिस ए एम खानविलकर ने कहा कि सरकार भरोसा तो दे रही है, लेकिन जमीन पर ऐसा दिखाई नहीं दे रहा। सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने रुड़की में होने वाली धर्म संसद पर रोक की मांग की थी।
हरिद्वार धर्म संसद में हिंदुओं से हथियार उठाने की अपील
इसमें वक्ता मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा और हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेता और RTI एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने 20 दिसंबर को खत्म हुई इस तीन दिवसीय धर्म संसद के आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी हुई थी
हरिद्वार पुलिस ने दो दिन पहले धर्म परिवर्तन कर जितेंद्र त्यागी बन गए वसीम रिजवी को भी धर्म संसद मामले में गिरफ्तार कल लिया था। हालांकि यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी से जुड़े एक अन्य मामले में की गई है।
एक समुदाय को किया था टारगेट, 76 वकीलों ने CJI को लिखी थी चिट्ठी
उन्होंने चीफ जस्टिस से इन भाषणों पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। पत्र में ऐसे भाषण देने वाले नौ लोगों के नाम लिखे गए हैं। इसमें गाजियाबाद डासना देवी मंदिर के पीठाधीश्वर एवं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि, सागर सिंधु महाराज, धर्मदास महाराज, प्रेमानंद महाराज, साध्वी अन्नपूर्णा अन्नपूर्णा उर्फ पूजा शकुनी पांडे, स्वामी आनंद स्वरूप, अश्वनी उपाध्याय, सुरेश चव्हाणके, स्वामी प्रबोधानंद गिरि शामिल हैं। इन पर एक समाज के खिलाफ हेट स्पीच का आरोप है।
यति सत्यदेवानंद सरस्वती ने कहा था- भारत को इस्लामिक देश बनने से बचाने के लिए हिंदू ज्यादा बच्चे पैदा करें
अखिल भारतीय संत परिषद के हिमाचल प्रदेश के प्रभारी यति सत्यदेवानंद सरस्वती ने कहा कि हिंदुओं को ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए ताकि भारत को इस्लामिक देश बनने से रोका जा सके। यति नरसिंहानंद ने इस महीने की शुरुआत में मथुरा में ऐसा ही बयान दिया था।