Monday, October 6

परिजन बोले- पहले एफआईआर दर्ज करो फिर उठाएंगे अर्थी, समझाइश के बाद माने

शनिवार को मनीष के सुसाइड करने के बाद रविवार को उसका पोस्टमार्टम किया गया। लेकिन परिजनों ने मनीष के शव का तब तक दाह संस्कार करने से मना कर दिया जब तक उसके सुसाइड नोट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जाती।

इसके चलते दाह संस्कार दोपहर तक रुका रहा। परिजनों से थाना प्रभारी ने कहा कि पहले दाह संस्कार निपटा लें डेड बॉडी खराब हो रही है। उसके बाद परिजन अपने बयान दर्ज करा दें। जैसे ही बयान दर्ज होंगे एफआईआर कर दी जाएगी।

मृतक की पत्नी इंदौर से कार द्वारा सीधे श्मशान घाट रोती हुई पहुंची। उसके पश्चात कोतवाली में भी गई लेकिन परिजनों ने उसे घर रखने से इंकार कर दिया। वर्तमान में पुलिस ने उसे एक होटल में ठहराया है। दाह संस्कार के बाद परिजनों ने 6.30 बजे तक अपने बयान पुलिस को दर्ज करा दिए लेकिन खबर लिखे जाने तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई।

परिजनों ने यह बताया कि मनीष जब दोपहर में खाना खाने के बाद वापस दुकान पर आ जाता था। भाई श्याम ने बताया लेकिन घटना के दिन वह दोपहर 3 बजे तक वापस नहीं आया। मोबाइल से संपर्क किया मोबाइल नहीं उठाया। नौकर और बेटी को भेजा, आवाज लगाई लेकिन दरवाजा नहीं खोला। उसके बाद खिड़की के कांच तोड़कर देखा तो वह फंदे पर लटका था।

पत्नी को ठहराया होटल में
घटना के समय पत्नी इंदौर में अपनी बहन के पास थी। वह 8 दिन पहले गई थी। उसके दोनों बच्चे पिता के साथ घर पर ही रह रहे थे। दोपहर 1 बजे इंदौर से सीधे पाराशरी विश्राम घाट पर पहुंची। अंतिम संस्कार मृतक के अवयस्क पुत्र ने गमगीन माहौल में पिता को मुखाग्नि देकर किया। अंतिम संस्कार के बाद पत्नी भी घर वापस आना चाहती थी लेकिन परिजनों ने उसे इन हालातों में अपने साथ रखने से इंकार कर दिया। उसके पश्चात पुलिस उसे कोतवाली ले आई। बाद में उसे सुरक्षा में होटल में ठहरा दिया।

काफी समय से चल रहे थे संबंध
इस बात को लेकर व्यापक चर्चा है कि मृतक ने पत्नी को लेकर दोस्त के ऊपर जो आरोप लगाए हैं वह गंभीर हैं। इसी को लेकर काफी लंबे समय से तनाव में था। उसने दोनों को समझाने की कोशिश भी की थी लेकिन जब मामला ज्यादा बिगड़ा तो उसने ही आत्म गिलानी के चलते यह कदम उठाया। सुसाइड नोट गड़बड़ ना हो जाए इस कारण उसने दीवारों पर भी लिख दिया। जिससे सभी को पता चल सके।

पुलिस मर्ग कायम कर तहकीकात में जुटी
मृतक द्वारा काफी बड़ा सुसाइड नोट लिखा है। पत्र में ज्यादातर जिक्र प्रॉपर्टी आदि से संबंधित है। मरने के बाद किसको क्या देना है लेकिन मृत्यु का मूल कारण उसने संजू रघुवंशी नामक व्यक्ति से पत्नी स्नेहा के अवैध संबंधों को बताया है। इसके सहयोगी के रूप में एक दंपती का नाम भी सामने आया है। इसका खुलासा अभी पुलिस ने नहीं किया। यह बात भी सामने आई है कि पत्नी द्वारा मृतक एक मेडिकल स्टोर से नींद की गोली मंगाकर दी जाती थी। उसका नाम भी पत्र में सामने आया है लेकिन पुलिस इस मामले में पत्र में उल्लेखित लोगों की किस मामले में क्या भूमिका थी उसकी कड़ी जोड़ने में जुटी है।

मामले में भूमिका के आधार पर किया जाएगा मामला दर्ज, जांच जारी है
“बयान दर्ज किए जा चुके हैं। बयानों और सुसाइड नोट के आधार पर परीक्षण कर किसकी क्या मामले में भूमिका रही उसी आधार पर देर रात तक मामला दर्ज कर लिया जाएगा।”
वीरेंद्र सिंह चौहान, टीआई शहर कोतवाली गंज बासौदा।