पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्दवान जिले के गलसी में बीरभूम जैसी घटना सामने आई है। पुलिस के मुताबिक- सोमवार की रात आपसी रंजिश में एक व्यक्ति की हत्याकर दी गई। हत्या के बाद जैसे ही गांव में डेथ बॉडी आया हिंसा भड़क उठी, हिंसा के दौरान कई घरों में आग लगा दी गई। घटना के बाद गांव में RAF जवानों की तैनाती की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक- पूर्वी बर्दवान में मनोज घोष और उत्पल घोष के बीच विवाद हो गया। विवाद के बाद मनोज ने उत्पल की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने मीडिया को बताया- जैसे ही उत्पल का शव गांव आया, वहां पर हिंसा भड़क गई। उत्पल के रिश्तेदारों ने मनोज और उनके पड़ोसियों के घरों में आग लगा दी। साथ ही आसपास के कार और बाइक को भी उग्र भीड़ ने फूंक दिया।
31 गिरफ्तार, RAF की तैनाती
घटना के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गई है। पुलिस ने अब तक 31 आरोपियों को हिंसा भड़काने के मामले में दबोचा है। सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। गांव में RAF जवानों की तैनाती की गई है। पूर्व बर्दवान के SP कामनाशीष सेन ने बताया कि हत्या के बाद ही आरोपी मनोज घोष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, हिंसा भड़काने वालों की भी गिरफ्तारी की जा रही है। हम किसी भी दोषी को नहीं बख्शेंगे।
घटना के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गई है। पुलिस ने अब तक 31 आरोपियों को हिंसा भड़काने के मामले में दबोचा है। सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। गांव में RAF जवानों की तैनाती की गई है। पूर्व बर्दवान के SP कामनाशीष सेन ने बताया कि हत्या के बाद ही आरोपी मनोज घोष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, हिंसा भड़काने वालों की भी गिरफ्तारी की जा रही है। हम किसी भी दोषी को नहीं बख्शेंगे।
बीरभूम में भड़की थी हिंसा
बीरभूम में 22 मार्च को रामपुरहाट में तृणमूल नेता की हत्या के बाद हिंसा भड़की थी। इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई थी। मामले की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI को सौंपी थी। पुलिस ने इस हिंसा में तृणमूल के एक ब्लॉक प्रमुख सहित कई आरोपियों को गिरफ्तार की थी।
बीरभूम में 22 मार्च को रामपुरहाट में तृणमूल नेता की हत्या के बाद हिंसा भड़की थी। इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई थी। मामले की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI को सौंपी थी। पुलिस ने इस हिंसा में तृणमूल के एक ब्लॉक प्रमुख सहित कई आरोपियों को गिरफ्तार की थी।