Friday, November 7

बैतूल में पथराव और आगजनी:अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर उग्र हुई भीड़; पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, खदेड़ा

पांच दिन पहले हुए मामूली विवाद के बाद शनिवार रात भीमपुर जल उठा। भीड़ ने दुकानों को आग के हवाले कर दिया। घरों पर पथराव कर दिया। पुलिस पहुंची तो उस पर भी पत्थर फेंके गए। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस रात में बवाल को शांत करवा पाई।

भीमपुर की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस), गोंडवाना गणतंत्र पार्टी समेत अन्य संगठनों ने शनिवार को प्रदर्शन किया। दोपहर में बाजार चौक में शुरू हुआ धरना-प्रदर्शन और आम सभा ने शाम होते-होते उग्र रूप ले लिया। कुछ लोगों ने दुकानों में आग लगाने का प्रयास किया। देखते ही देखते उपद्रव हो गया। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हल्का बल प्रयोग किया।

ASP नीरज सोनी ने बताया कि शाम को कुछ लोगों ने पथराव और दुकानों में तोड़फोड़ की है। प्रदर्शनकारी यह मांग कर रहे थे कि भीमपुर में हुआ पूरा अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए। इस पर SDM केसी परते ने उन्हें जानकारी दी कि नियमानुसार अभी 7 दिनों का नोटिस अतिक्रमणकर्ताओं को दिया गया है। नोटिस में दी गई समयावधि तक अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है, तो हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

इस पर संगठन के नेताओं ने साफ कह दिया कि जब तक अतिक्रमण नहीं हटाया जाएगा, तब तक वे यहीं पर बैठे रहेंगे। शाम करीब 7 बजे तक विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं के द्वारा लोगों को संबोधित किया गया। इसके बाद अचानक पथराव और दुकानों में तोड़फोड़ शुरू हो गई। पथराव में पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की सूचना मिली है। ASP नीरज सोनी ने पुलिसकर्मियों के घायल होने से इनकार किया है, जबकि वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने घायल होने की बात कही।

इस कारण भभकी आग

भीमपुर में आदिवासी महिला सुजाता नर्रे और दिनेश आर्य के बीच दुकान के सामने सब्जी की दुकान लगाने को लेकर जमकर बहस हो रही थी। इसी बीच गुस्से में आकर दिनेश आर्य ने इस महिला की दुकान से सब्जी सड़क पर फेंक दी। रेस्टारेंट मालिक ने महिला के साथ जमकर गाली-गलौज की। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। आदिवासी महिला के साथ किए गए इस कृत्य से जनजाति समुदाय में रोष व्याप्त है। बदले की यही आग शनिवार को भभकी और भीमपुर जला भी और पथराव भी हुआ।