यूक्रेन में जान गंवाने वाले कर्नाटक निवासी छात्र नवीन शेखरप्पा का शव भारत लाने के सवाल पर कर्नाटक के भाजपा विधायक ने अमानवीय बयान दिया है। अरविंद बेलाडी ने पत्रकारों से कहा- फ्लाइट में एक शव का ताबूत 8 से 10 लोगों की जगह घेरता है। शव लाने की जगह विमान में लोगों को लाया जा सकता है। बेलाडी हुबली-धारवाड़ क्षेत्र के विधायक हैं। नवीन इसी क्षेत्र के निवासी है।
विदेश राज्य मंत्री बोलीं- अब तक 9 हजार से ज्यादा छात्र सुरक्षित भारत पहुंचे
यूक्रेन से दिल्ली पहुंचे 219 छात्रों का विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत किया। लेखी ने कहा- हम यूक्रेन और उसके आसपास के सभी देशों के संपर्क में हैं और वे हमारे नागरिकों और छात्रों को निकालने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने यूक्रेन में फंसे छात्रों के माता-पिता से धैर्य रखने का अनुरोध किया और आश्वासन दिया कि सरकार सभी छात्रों को सुरक्षित रूप से निकाल देगी। लेखी ने कहा- अब तक 9,000 से अधिक छात्र देश से देश लौट चुके हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के अभियान ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत अगले 24 घंटो में 18 विमान भारतीयों को लेकर लौटेंगे। शुक्रवार को 3,500 भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा। वहीं, शनिवार को 3,900 भारतीयों को वापस लाया जाएगा। शुक्रवार तड़के और फिर सुबह रोमानिया से भारतीयों को लेकर दो उड़ानें मुंबई पहुंची। रेल राज्यमंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने यात्रियों का स्वागत किया।
एक अन्य विमान दिल्ली में लैंड हुआ। इससे लौटे यात्रियों का स्वागत केंद्रीय राज्यमंत्री निशीत प्रमाणिक ने किया। इधर, रूस के रास्ते भी भारतीयों को वापस लाया जाएगा। इसके लिए वायु सेना आई एल-76 विमान का उपयोग करेगी। यह विमान रुस से ही हमें मिला है। वायु सेना के तीन C-17 ग्लोब मास्टर शुक्रवार सुबह 630 स्टूडेंट्स को लेकर हिंडन एयरबेस पर उतरे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि इनमें 3 फ्लाइट भारतीय वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर की हैं, अन्य कमर्शियल फ्लाइट हैं। इनमें एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइस जेट, गो एयर और गो फर्स्ट की फ्लाइट शामिल हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान इस ऑपरेशन के तहत 15 उड़ानों से 3,000 भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है।
10 मार्च तक सभी भारतीयों को निकालने का टारगेट
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को रेस्क्यू करके 10 मार्च तक भारत सरकार घर वापसी कराएगी। इसके लिए कुल 80 उड़ानों को लगाया जाएगा। इनकी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के लिए केंद्र सरकार के 24 मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से कुल 35 फ्लाइट्स आएंगी, इसमें एयर इंडिया की 14, एयर इंडिया एक्सप्रेस की आठ, इंडिगो की सात, स्पाइस जेट की एक, विस्तारा की तीन और भारतीय वायुसेना की दो उड़ानें शामिल हैं। हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से कुल 28 उड़ानें लगाई गई हैं।
130 रूसी बसें भारतीयों को लाने के लिए तैयार
इस बीच खार्किव और सूमी शहरों में फंसे भारतीय और अन्य देशों के नागरिकों को निकालने के लिए रूस ने 130 बसें तैयार की हैं। रूसी राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख कर्नल-जनरल मिखाइल मिजिन्त्सेव ने यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करके यूक्रेन के युद्ध प्रभावित क्षेत्रों से भारतीयों को सुरक्षित निकालने की बात कही थी।
यूक्रेन के खार्किव में फंसे भारतीयों के लिए एडवाइजरी
उधर, यूक्रेन के खार्किव में फंसे भारतीयों के लिए रक्षा मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की है। युद्ध के चलते अब वहां खतरनाक और कठिन परिस्थितियां बनने की आशंका है।
फंसे हुए भारतीय क्या करें
- अपने भारतीय साथियों से जानकारी प्राप्त करके साझा करें।
- अपने आप को 10 भारतीय छात्रों के छोटे ग्रुप्स में शामिल करेंं। एक को-आर्डिनेटर (समन्वयक) और डिप्टी को-आर्डिनेटर बनाएं।
- एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाएं। सभी सदस्यों का विवरण, नाम, पता, मोबाइल नंबर और संपर्क प्राप्त करें।
- दूतावास या नई दिल्ली में कंट्रोल रूम के साथ वॉट्सऐप पर जियो लोकेशन साझा करें।
- फोन की बैटरी बचाने के लिए केवल को-आर्डिनेटर को भारत में स्थानीय अधिकारियों, दूतावास और कंट्रोल रूम के साथ बातचीत करना चाहिए।
बचाव के लिए दिशा-निर्देश
- व्यक्तिगत रूप से या चौबीसों घंटे आवश्यक वस्तुओं की एक छोटी किट तैयार रखें।
- आपातकालीन किट में पासपोर्ट, आईडी कार्ड, आवश्यक दवा, जीवन रक्षक दवाएं, टॉर्च, माचिस, लाइटर, मोमबत्ती, नकदी, एनर्जी बार, पावर बैंक, पानी, प्राथमिक चिकित्सा किट, हेडगियर, मफलर, दस्ताने, गर्म जैकेट, गर्म मोजे और जूते की एक आरामदायक जोड़ी उपलब्ध होना चाहिए।
- भोजन और पानी साथ रखें और और आपस में साझा करें। भरपेट खाने से बचें। शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें।
- प्रत्येक ग्रुप लहराने के लिए एक सफेद झंडा,सफेद कपड़ा रखे।
- रूसी में दो या तीन वाक्य सीखें। जैसे, हम छात्र हैं, हम लड़ाके नहीं हैं, कृपया हमें नुकसान न पहुंचाएं, हम भारत से हैं, कृपया मदद करें।
- यदि सैन्य चेक-पोस्ट या पुलिस,सशस्त्र कर्मियों, मिलिशिया द्वारा रोका जाता है तो सहयोग करें, आदेश का पालन करें।
- चेतावनी सायरन की स्थिति में, जहां भी संभव हो तत्काल छिप जाएं, यदि आप खुले में हैं, तो अपने पेट के बल लेट जाएं और अपने सिर को अपने बैक पैक से ढंक लें।
ऐसा नहीं करें
- अपने बंकर, तहखाने, ठिकाने से हर समय बाहर निकलने से बचें।
- डाउनटाउन, भीड़ वाले इलाकों में न जाएं।
- स्थानीय प्रदर्शनकारियों या मिलिशिया में शामिल न हों।
- सोशल मीडिया पर कमेंट करने से बचें।
- सैन्य वाहनों,सैनिकों,चेक पोस्ट, मिलिशिया के साथ तस्वीरें, सेल्फी न लें।
- लाइव युद्ध स्थितियों की तस्वीर लेने की कोशिश ना करें।