Thursday, September 25

यूक्रेन में 500 स्टूडेंट्स को खाना पहुंचा रही आर्या:भोपाल की बेटी बोली- वॉट्सऐप ग्रुप से इंडियंस को जोड़ा, 10 किचन में बनता है खाना

यूक्रेन में फंसे इंडियन स्टूडेंट्स में घबराहट है। डनिप्रो शहर में 500 स्टूडेंट 8 दिन से घरों और बंकरों में कैद हैं। यूक्रेन सरकार से इन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है, क्योंकि वहां के लोगों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि भारत लड़ाई में उनके साथ नहीं है। ऐसी परिस्थितियों में इंडियन स्टूडेंट्स ने एक-दूसरे की मदद करने के लिए नेटवर्क तैयार कर लिया है। उन्होंने ‘इंडियन स्टूडेंट्स इन डनिप्रो’ नाम से दो वॉट्सऐप ग्रुप बनाए हैं। इनकी एडमिन भोपाल की आर्या श्रीवास्तव हैं।

आर्या ने बताया कि वे खाने समेत अन्य चीजों पर फीस के रुपए खर्च कर रहे हैं। मार्च में सभी को फीस जमा करनी होती है तो लगभग सभी स्टूडेंट्स के पास डेढ़ से दो लाख रुपए हैं। असल समस्या वे यूक्रेनी यंगस्टर्स है, जिन्हें यूक्रेन सरकार ने हथियार थमा दिए हैं। इनके मन में अब इंडियन स्टूडेंट्स के लिए गुस्सा पनप रहा है। आर्या ने बताया कि शाम 6 के बाद कोई भी इंडियन स्टूडेंट बाहर नहीं निकल सकता। सायरन बजते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है।

शाम से पहले पहुंचाना होता है खाना

आर्या दो महीने पहले फीजियोथैरेपी का कोर्स करने डनिप्रो गई थीं। वहां उनके भाई 4 साल से पढ़ाई कर रहे हैं। आर्या ने VIDEO कॉल पर  बताया कि यहां करीब 500 स्टूडेंट फंसे हैं। इनमें मप्र के 20-25 स्टूडेंट हैं। पहले तो खाने-पीने का इंतजाम था, लेकिन समस्या 4 दिन पहले शुरू हुई। खाने का स्टॉक खत्म होने लगा। ऐसे स्टूडेंट्स ने तैयारी की। उन 20 छात्रों की लिस्ट बनाई, जिनके पास कार है। दिन में कारों से अलग-अलग सुपर मार्केट से सामान खरीदकर लाते हैं। करीब 10 किचन में खाना बनाया जा रहा है। वॉट्सऐप ग्रुप पर पता किया जाता है कि कहां खाना कम है, कहां इसकी जरूरत है तो वहां टीम शाम से पहले खाना पहुंचा देती है।