Tuesday, September 23

हाईस्कूल परीक्षा में भी अव्यवस्था:परीक्षा केंद्रों पर नहीं थी थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था, भीड़ में रोल नंबर ढूंढ़ते रहे बच्चे

जिले में हाईस्कूल की भी बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई है। शुक्रवार को 10वीं की परीक्षा 75 केंद्रों पर हुई। शिक्षा विभाग ने हायर सेकंडरी की तरह हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा की अव्यवस्थाओं में भी कोई सुधार नहीं किया। हायर सेकंडरी की तरह हाई स्कूल के पहले पेपर में भी ज्यादातर परीक्षा केंद्रों पर कोविड संक्रमण से बचाव के लिए न तो परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग हुई और न ही सैनिटाइजेशन की व्यवस्था दिखाई दी। इतना ही नहीं केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं हुआ। परीक्षा से पहले बच्चों को अपने रोल नंबर ढूंढ़ने के लिए बाहर मैदान पर रखे बोर्ड पर भीड़ में खड़ा होना पड़ा। परीक्षा से पहले बच्चों के जूते-चप्पल भी उतरवा लिए गए थे। हाई स्कूल के पहले हिंदी के पेपर में कुल 22517 परीक्षार्थी दर्ज थे। इनमें से 21507 उपस्थित रहे, जबकि 1010 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इस परीक्षा में जिले में एक भी नकल प्रकरण नहीं बना।

कई शिक्षक भी परीक्षा केंद्रों पर देर से पहुंचे
हायर सेकंडरी के पहले पेपर की तरह हाई स्कूल के पहले पेपर में भी कई परीक्षा केंद्रों पर कुछ शिक्षक देर से पहुंचे, जबकि बच्चों को सुबह 9 बजे से परीक्षा केंद्र पर बुलाया गया था। इस दौरान देखने को मिला कि कुछ शिक्षक 9 बजे के बाद परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। इसके अलावा कई बच्चे भी निर्धारित समय से आधा घंटा देरी से परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे। सुबह 9.30 बजे के बाद तक बच्चे स्कूल में जाते दिखे, जबकि इस परीक्षा में आधे घंटे पहले 9.30 बजे ही बच्चों को परीक्षा कक्ष में बैठा दिया गया था।

जैन हासे स्कूल के बाहर सड़क पर बढ़े ट्रैफिक से लगा जाम
10वीं की परीक्षा के चलते एसएसएल जैन हायर सेकंडरी स्कूल के परीक्षा केंद्र के बाहर लंबा जाम लग गया। परीक्षा समाप्त होने के दौरान दोपहर 1 बजे जब बच्चे स्कूल से बाहर निकले तो सड़क पर ट्रैफिक जाम हो गया। बच्चे और उनके अभिभावकों के आने से भीड़ अधिक होने से जाम की स्थिति बनी। जाम की वजह से रामद्वारा से हरिपुरा मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद हो गया था। अन्य वाहन चालकों को पुलिस लाइन से होते हुए एसएसएल जैन कॉलेज के खेल मैदान से होकर आना-जाना पड़ा।

कुछ बच्चों में दिखी घबराहट तो कई बच्चे थे उत्साहित
कोरोना काल में दो साल तक ऑनलाइन कक्षाएं और परीक्षा देते आ रहे बच्चों में इस बोर्ड परीक्षा के पहले पेपर में परीक्षा से पहले घबराहट और पेपर देने के बाद उत्साह देखने को मिला। साकेत स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहे बच्चों से भास्कर प्रतिनिधि ने चर्चा की। छात्र निखिल सूर्यवंशी का कहना था कि पहली बार बोर्ड की परीक्षा देने का उत्साह है, छात्रा अनामिका का कहना था कि पहला पेपर अच्छा जाने से आगे के पेपर और बेहतर तरीके से हल करने का आत्मविश्वास बढ़ गया है।