विदिशा में नगरपालिका के राजस्व वसूली अभियान के तहत 5 दुकानों पर तालाबंदी की गई थी। जिसके विरोध में बस स्टैंड के दुकानदारों ने अपनी दुकान बंद करके धरने पर बैठे। नगरपालिका के राजस्व विभाग ने सोमवार को सिकमी किराएदारों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 5 दुकानों पर ताले डाल दिए थे। नपा की इस कार्रवाई से दुकानदार आक्रोशित थे। दुकानदारों का कहना था कि 6 बाई 8 वर्ग फुट के एरिया में लगभग 25 वर्षों से दुकानें संचालन कर रहे हैं लेकिन अचानक से दुकान का किराया 300 रुपए निर्धारित कर दिया है जो हम गरीबों की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर देगा।
विधायक को सौंपा ज्ञापन
दो साल से कोरोना के चलते हमारा व्यापार ठप पड़ा हुआ है। बस स्टैंड स्थित समस्त दुकानदारों ने विधायक शशांक भार्गव को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि पिछले 25 वर्षों से हम सभी दुकानदार बस स्टैंड एरिया में दुकान का संचालन करते हैं। 14 फरवरी को नगर पालिका ने नोटिस देकर हम सभी दुकानदारों को हटाने के लिए ताला डाल दिया है। ऐसे में हमारे परिवारों पर भयानक संकट का आ गया है और ऊपर से किराए में बढ़ोतरी कर दी गई है। जब भी हम लोगों के पास कोर्ट का स्थगन आदेश है। फिर भी नगरपालिका द्वारा कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार नामांतरण की जो भी राशि बनती है हम देने को तैयार हैं लेकिन किराया न बढ़ाया जाए।
नगरपालिका का पक्ष
वहीं नपा के राजस्व विभाग के प्रभारी हरीश सोनी का कहना है कि शहर में राजस्व की वसूली अभियान चल रहा है। बस स्टैण्ड पर सिकमी किराएदार हैं। दुकानदारों को नामांतरण के लिए नोटिस दिये है फिर भी व्यापारी नामांतरण नहीं करवा रहे है। सोमवार को बकाया राशि नहीं देने पर पांच दुकानों पर तालाबंदी की गई थी ।