Wednesday, September 24

MP में स्कूल 50-50 ओपन:MP बोर्ड और CBSE के कई स्कूल नहीं खुले; संचालक बोले- पूरी तरह चालू करने में एक सप्ताह लगेगा

भोपाल का शासकीय सुभाष एक्सीलेंस स्कूल। समय मंगलवार सुबह 10 बजकर 10 मिनट का समय। गेट पर सिर्फ एक गार्ड नजर आया। स्कूल बंद था। न तो बच्चे और न ही शिक्षक नजर आए। गार्ड ने बताया कि अभी स्कूल नहीं खुला है। यही हालत सरोजनी नायडू स्कूल की थी। सुबह के 10.30 बजे तक कुछ बच्चे तो स्कूल परिसर में नजर आए, लेकिन शिक्षक और प्रिंसिपल नदारद थे। एक शिक्षक ने बताया कि शासन के आदेश से स्कूल तो खुलना है। कुछ बच्चे आए हैं। स्कूल कैम्पस में छात्राएं स्कूल खुलने पर खुश दिखीं। छात्राओं का कहना था कि ऑनलाइन पढ़ाई में कई तरह की परेशानी होती हैं। कई बार तो टॉपिक्स समझ नहीं आता। नेटवर्क से लेकर डाटा, मोबाइल फोन और कई बार लाइट भी परेशान करती है। स्कूल खुलने से अच्छा लग रहा है।

एक सप्ताह लगेगा स्कूल पूरी तरह शुरू होने में

हॉस्टल वाले स्कूल खुलने में कम से कम 7 दिन लगेंगे, जबकि नियमित स्कूल खुलने में दो दिन का समय लगेगा। एसोसिएशन ऑफ अन एडेड प्राइवेट स्कूल्ज मध्यप्रदेश के उपाध्यक्ष विनी राज मोदी ने बताया कि आज से तो स्कूल नहीं खुल सके। स्कूल बस से लेकर अन्य तरह की तैयारी करना है। कम से कम दो दिन में सभी क्लास नियमित रूप से शुरू हो जाएंगी।

एग्जाम की तारीख नहीं बदली

स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि MP बोर्ड की परीक्षाओं का टाइम टेबल पहले ही जारी किया जा चुका है। एग्जाम को तय समय पर ही कराएंगे। ऑफलाइन मोड में परीक्षाएं होंगी। अगर कोई व्यवधान आता है, तो फिर आगे का निर्णय लिया जाएगा। 10वीं की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू होकर 10 मार्च तक और 12वीं की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होकर 12 मार्च तक चलेंगी। पहली बार पेपर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच होगा। छात्रों को सुबह साढ़े 8 बजे पहुंचना होगा। MP में पहली बार MP बोर्ड की परीक्षाएं फरवरी में आयोजित की जा रही हैं। इसके बाद प्रैक्टिकल परीक्षाएं होंगी।

स्कूल इस तरह लगेंगे

  • स्कूलों में पहली से 12वीं तक की कक्षाएं 50% उपस्थिति के साथ लगेंगी।
  • छात्रावास और आवासीय विद्यालय भी 50% क्षमता के साथ खुलेंगे। इनमें 8वीं, 10वीं और 12वीं के 100% स्टूडेंट्स के लिए संचालन होगा। शेष क्षमता में 6वीं, 7वीं, 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट्स को बुलाएंगे। छात्रावास और आवासीय विद्यालय ये सुनिश्चित करेंगे कि 50 फीसदी क्षमता से ज्यादा स्टूडेंट उपस्थित ना हो
  • ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह जारी रहेंगी।

31 जनवरी तक स्कूल बंद थे

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर 31 जनवरी तक स्कूल बंद रखने का आदेश हुआ था। कई प्रदेशों में पहले ही स्कूल खोलने का निर्णय लिया जा चुका है। मध्यप्रदेश में बोर्ड परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होने वाली है। 29 जनवरी को सीएम शिवराज ने कोरोना समीक्षा की पिछली बैठक में अन्य राज्यों की स्थिति को देखकर एक्सपर्ट से सलाह लेकर स्कूल खोलने का फैसला लेने के निर्देश दिए थे।