Monday, September 29

कैसे सफल होगा प्रधानमंत्री आवास योजना:कुटीर की किस्त जारी करने के लिए मांगे जा रहे पैसे, गरीबों को लगाने पड़ रहे दफ्तर के चक्कर

प्रधानमंत्री आवास योजना गरीबों के लिए गले की फांस बनती जा रही है। जो लोग अपना मकान तोड़ कर किराए के मकान में रह रहे हैं और मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं उनके सामने समस्या खड़ी हो रही है। समय पर किस्त ना मिलना और ऊपर से किराए के मकान में मकान मालिक का परेशान करना। इधर नगर पालिका डेढ़-डेढ़ साल तक कुटीर की किस्त जारी नहीं करती।

हितग्राही हो रहे परेशान

हितग्राही राजकुमारी रैकवार का कहना है कि बैशाख से मकान की किस्तों के लिए नगरपालिका के चक्कर लगा रहे हैं। आज देंगे कल देंगे का बहाना बना रहे हैं। मकान की पूरी हाइट नहीं हुई, छत नहीं डाली मात्र एक किस्त मिली है। हमारे घर में कोई कमाने वाला नहीं है। कई बार शिकायत की पर यहां कर्मचारी हमेशा बदल जाते हैं और कोई 10000 मांगता है तो कोई 20000 कैसे बनेगा हमारा मकान समझ में नहीं आ रहा है।

हितग्राही महेंद्र सोनी आज्ञाराम टपरिया निवासी का कहना है कि एक वर्ष से परेशान हो रहे हैं प्रधानमंत्री आवास येाजना की किस्त के लिए आए हैं। पहले कहा कि पैसे नहीं है और हमें 18 दिसंबर की तारीख दे दी गई इसके बाद हमसे दूसरी फाइल मांगी जिसमें कहा गया कि टैक्स जमा करो वह भी जमा कर दिया है। अब कहा जा रहा है कि कोई जैन साहब और एक मैडम के साइन नहीं हुए। हम गरीब लोग हैं 10 महीने का किराया दे चुके हैं 40000। उन्होंने कहा कि सीएमओ ने तीन दिन का समय दिया है देखते है यदि 3 दिन में किश्त नहीं आई तो हम आंदोलन करेंगे।

ये है पार्षद का कहना

पार्षद शैलेंद्र सिरभैया का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत कुटीर के हितग्राहियों की पहली किस्त आई है इसके बाद 9 महीने का समय बीतने के बाद भी दूसरी किस्त नहीं आई। नगर पालिका में कर्मचारी और सीएमओ वार्डवासियों को गुमराह कर रहे हैं बोल रहे हैं 8 दिन में ढल जाएगी 10 दिन में ढल जाएगी, ढाई लाख मिलना है और उसमें से गरीब लोग आने जाने में 50हजार खर्च ही कर देंगे तो उनके मकान 2 लाख में कैसे बन पाएंगे।