कर्मकार विवाह मंडल योजना घोटाले की जांच करने के लिए ईओडब्ल्यू की टीम सक्रिय हो गई है। घोटाले से जुड़े एक हजार विवाह आवेदन टीम को और मिल गए हैं। इनकी जांच के साथ ही टीम ने पूछताछ का सिलसिला और तेज कर दिया है।
कर्मकार मंडल विवाह योजना के तहत सिरोंज जनपद पंचायत में हुए 30 करोड़ के गोलमाल में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने सिरोंज जनपद पंचायत के निलंबित सीईओ शोभित त्रिपाठी पर धोखाधड़ी और गबन का प्रकरण दर्ज किया है। सीईओ के साथ ही ऑपरेटर हेमंत साहू, योगेन्द्र शर्मा सहित अन्य लोगों पर भी मामले में प्रकरण दर्ज किया गया है। इसके बाद से ही ईओडब्ल्यू की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है। 11 जनवरी को डीएसपी राकेश सिंह के नेतृत्व में ईओडब्ल्यू की टीम जनपद पंचायत में आई थी। पहले दिन पूछताछ के बाद ऑपरेटर हेमंत साहू का कक्ष भी टीम ने सील कर दिया था।
इसके बाद मंगलवार को डीएसपी के नेतृत्व में टीम ने स्थाई रूप से सिरोंज में आमद दे दी है। टीम ने जनपद के एकाउंटेंट और आपरेटर सहित अन्य कर्मचारियों के बयान लिए। इसके साथ ही ऑपरेटरों के कक्ष की जांच के दौरान ही विवाह योजना से जुड़े 1 हजार से अधिक आवेदन और टीम को मिले हैं। इसके पहले टीम को जिला पंचायत सीईओ के माध्यम से 1600 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। जिनकी जांच चल ही रही थी कि अब मंगलवार को मिले एक हजार आवेदनों का परीक्षण भी किया जा रहा है।
कर्मचारियों और हितग्राहियों से पूछताछ के साथ ही बैंकों से भी जानकारी जुटा रही टीम
कर्मकार विवाह मंडल योजना में घोटाला: जांच में कब क्या- क्या हुआ
22 दिसंबर को विधायक उमाकांत शर्मा ने विधानसभा में तारांकित प्रश्न लगाया और श्रम मंत्री के जवाब के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विवाह योजना घोटाले की जांच प्रदेश स्तरीय टीम से करवाने के निर्देश दिए। 27 दिसंबर को जिला पंचायत सीईओ योगेश भरसट जनपद पंचायत पहुंचे और विवाह योजना का रिकाॅर्ड जब्त कर ले गए। 28 दिसंबर को श्रम विभाग की प्रदेश स्तरीय टीम जांच करने जनपद पंचायत में पहुंची। 3 जनवरी को घोटाले को अंजाम देने वाले सिरोंज जनपद सीईओ शोभित त्रिपाठी को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने निलंबित कर दिया। 4 जनवरी को निलंबित सीईओ शोभित त्रिपाठी पर सिरोंज थाने में धोखाधड़ी एवं गबन का प्रकरण दर्ज किया गया। 6 जनवरी को ईओडब्ल्यू ने सीईओ शोभित त्रिपाठी, कम्प्यूटर ऑपरेटर हेमंत साहू एवं योगेन्द्र शर्मा एवं अन्य लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी एवं गबन का प्रकरण दर्ज किया।
सबकी निगाहें अगली कार्रवाई पर
घोटाले में ग्राम पंचायतों में कार्यरत पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों की भूमिका को भी संदिग्ध माना जा रहा है। वे टीम की हर गतिविधि पर नजर रखे दिखाई दे रहे हैं।
प्रत्येक हितग्राही से जानकारी लेंगे
टीम के मुखिया डीएसपी राकेश सिंह ने बताया कि कर्मकार विवाह मंडल घोटाले में 5923 विवाह हुए हैं। इसकी जांच की जा रही है। मंगलवार को योजना से जुड़े एक हजार से अधिक आवेदन और मिले हैं। इनका परीक्षण अभी चल रहा है।