नर्सिंग, पैरामेडिकल और डाॅक्टरों ने एक घंटे तक किया प्रदर्शन
अटलबिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ का बुधवार को सब्र का बांध टूट गया। वेतन नहीं मिलने की वजह से परेशान कॉलेज के कर्मचारियों ने सुबह 11 से 12 बजे तक कोई काम नहीं किया। इस बीच सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं चालू रहीं, इसलिए कई मरीज और उनके परिजन परेशान होते रहे। मेडिकल काॅलेज के अस्पताल के बाहर डाॅक्टरों सहित नर्सिंग स्टाफ वेतन देने की मांग और नारेबाजी की। इसके बाद रैली के रूप में प्रशासनिक भवन पहुंचकर डीन डॉ. सुनील नंदेश्वर को सीएम के नाम ज्ञापन दिया। कर्मचारियों का कहना था कि तीन महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है लेकिन अब तक वेतन नहीं मिला है।
स्टाफ चिकित्सा मंत्री से भी कर चुका है शिकायत
12 जनवरी को चिकित्सा शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। उनके सामने भी वेतन संबंधी शिकायत लिखित तौर पर की गई थी। उन्होंने 2 से 4 दिन में वेतन जारी करने की बात कही थी। इसके बाद भी वेतन नहीं मिला तो कर्मचारी नाराज हो गए।
मकान मालिक को बोल रहे हैं कि अगले महीने किराया देंगे
नर्सिंग स्टाफ में करीब 290 कर्मचारी हैं। इनकी ज्वाइनिंग हुई है लेकिन पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। लैब टेक्नीशियन रविंद्र शुक्ला का कहना है कि किराए के मकान में रह रहे हैं। मकान मालिक को हर महीने बोल रहे हैं कि अगले महीने किराया देंगे। अब मकान मालिक बाहर जाने की धमकी दे रहे हैं। नर्स लक्ष्मी कुशवाह का कहना है कि वेतन नहीं मिलने की वजह से दूध और भोजन के लिए भी परेशानी हो रही है।
नए कॉलेजों के साथ अपनाया जा रहा है दोहरा रवैया
मेडिकल टीचर एसोसिएशन के सचिव डॉ. शिवकुमार रघुवंशी ने बताया कि पुराने कॉलेज में कोई समस्या वेतन को लेकर नहीं हो रही है। सिर्फ नए मेडिकल कॉलेजों में ही डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ को वेतन के लिए परेशान होना पड़ा रहा है। नए मेडिकल कॉलेजों के साथ शासन दोहरा रवैया अपना रहा है। बाहर से आकर यहां नौकरी करने वाले कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने की वजह से बहुत परेशान होना पड़ रहा है।
बजट जारी नहीं होने की वजह से आ रही परेशानी
कॉलेज के डीन डॉक्टर सुनील नंदेश्वर का कहना है कि सरकार से बजट जारी नहीं हो रहा है। बिल वाउचर सब तैयार है। बजट आते ही हम वेतन जारी कर देंगे। वेतन देने के लिए शासन के संबंधित विभाग से बातचीत जारी है।
वेतन नहीं मिलने से 600 से ज्यादा कर्मचारी परेशान
मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग स्टाफ 290, पैरामेडिकल स्टाफ 126, जूनियर डॉक्टर 45, सीनियर डॉक्टर 28 और फैकल्टी मेंबर करीब 110 हैं। वेतन नहीं मिलने की वजह से 600 से ज्यादा कर्मचारी परेशान हो रहे हैं।
अस्पताल में भर्ती होने के लिए दो घंटे तक परेशान होते रहे मरीज
मेडिकल कॉलेज में नर्स और डॉक्टराें ने सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक प्रदर्शन किया। इसके बाद डीन के पास ज्ञापन देने गए। इस बीच मेडिकल कॉलेज के हास्पिटल में भर्ती मरीजों को परेशानी हुई। नए मरीजों को भी भर्ती होने के लिए दो घंटे तक परेशान होना पड़ा। रामस्वरूप अहिरवार का कहना था कि वे 11 बजे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज आए थे लेकिन दोपहर 1 बजे तक किसी ने इलाज नहीं किया।