Monday, September 22

समस्याओं की चपेट में बस स्टैंड

कुरवाई। कभी नवाबी शासन काल की गवाह रही यह बस्ती सबसे बड़े विधानसभा क्षेत्र के मुख्यालय के रूप में जानी जाती है। तहसील मुख्यालय का दर्जा प्राप्त कुरवाई के बस स्टैंड के हालात अत्यंत खस्ता हाल तथा यात्रियों की परेशानी बढ़ाने वाले हैं। यहां न बैठने के लिए प्रतीक्षालय है और न ही पीने के लिए पानी। प्रसाधन जैसी किसी सुविधा का दूर-दूर तक पता नहीं है। नागरिक रामस्वरूप शर्मा का कहना है कि यहां की सामान्य व्यवस्थाएं तो है ही नहीं, अव्यवस्थाओं का खासा बोलबाला है। शॉपिंग कांपलेक्स से लगातार बहने वाला पानी गंदगी और कीचड़ को बढ़ा रहा है। नगर परिषद कार्यालय के सामने बना प्रसाधन केंद्र टूटने की कगार पर है। रंजन सक्सेना ने बताया कि बस स्टैंउ पर अव्यवस्थित रखी गुमठियां तथा बेतरतीबी से खड़े रहने वाले आटो-हाथ ठेले यातायात में बाधा बन रहे हैं। बीच स्टैंड परलगा हैंडपंप भी अवरोधक का काम कर रहा है। उसमें मोटर डालकर अलग से पानी की टंकी बनाकर यात्रियों की पेयजल की समस्या हल की जा सकती है। प्रभुलाल अग्रिहोत्री के अनुसार इसी स्टैंड पर बस संचालक अपने वाहनों को धोते रहते हैं इससे परिसर में गंदगी और कीचड? का साम्राज्य फैला हुआ है।
पुलिस चौकी के सामने बृजबिहारी भार्गव स्टेच्यू के सामने भी गंदगी पसरी हुई पड़ी है। बस स्टैंड की व्यवस्थाओं को सुधारने की दृष्टि से गठित एक समिति ने नगर पंचायत को कई सुझाव दिए थे लेकिन उन सुझावों पर नगर परिषद द्वारा अमल नहीं किया जा रहा है। इस वजह से यात्रियों को परेशानी उठाना पड़ रही है। नागरिकों की मांग है कि बस स्टैंड परिसर को धुलवाकर साफ करने का इंतजाम किया जाए तथा जो बसें रूट पर नहीं जा रही है उन्हें अन्यत्र खड़े करने के इंतजा किए जाए। इन सभी समस्याओं को हल की मांग करने वालों में राष्ट्रवादी जन चेतना मंच के नगर अध्यक्ष सुनील रोय, जनजागृति सेवा समिति के रामस्वरूपसिंह दांगी, कलेक्टरसिंह दांगी, मुन्नेखां आसिफ खां आदि शामिल हैं। इस बारे में नगर पंचायत के सीईओ एमयू काजी का कहना है कि नपं की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर बस स्टैंड की व्यवस्थाओं में सुधार के प्रयास होंगे।