Wednesday, September 24

शिलान्यास के 43 साल बाद सरयू नहर परियोजना का शुभारंभ:इंदिरा के समय शुरू हुई, बलरामपुर में मोदी ने किया लोकार्पण; लागत 79 करोड़ से 10 हजार करोड़ हुई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यूपी में देश की सबसे बड़ी नहर परियोजना का शुभारंभ किया है। बलरामपुर में बनी यह सरयू नहर परियोजना 10 हजार करोड़ की लागत से पूरी हुई है। इससे पूर्वांचल के 9 जिलों के 25 लाख से ज्यादा किसानों को फायदा मिलेगा। शुभारंभ कार्यक्रम में पीएम के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं।

सरयू नहर परियोजना को पूरा होने में 4 दशक से ज्यादा लग गए। 1978 में इंदिरा गांधी के कार्यकाल में इसका काम बहराइच जिले से शुरू हुआ। तब इसके लिए बजट 79 करोड़ रुपए रखा गया था। 1982 में बलरामपुर सहित 9 जिलों को इस परियोजना से जोड़ा गया। सरकारें बदलती गईं, लेकिन 2017 तक केवल 52 प्रतिशत ही काम हो सका। योगी सरकार के साढ़े चार साल में बाकी बचे 48 प्रतिशत काम को पूरा किया गया।

10 तस्वीरों में देखें सरयू नहर परियोजना और जानें इसके बारे में सब कुछ

ऐसी है सरयू नहर परियोजना

  • 6 हजार 590 किलोमीटर नहरों का जाल बिछाया गया।
  • ये सभी नहरें गांवों से कनेक्ट कर दी गई हैं।
  • पूर्वांचल के 9 जिलों की पांच नदियों को जोड़ती हैं।
  • घाघरा से सरयू, सरयू से राप्ती, राप्ती को बाणगंगा और बाणगंगा से रोहिणी नदी को जोड़ा गया।
  • पांचों नदियों से पानी लेकर सिंचाई के लिए नहर में छोड़ा जाएगा।
  • 2012 में इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया।
  • नहर का पहला छोर घाघरा और सरयू नदी पर बने बहराइच के सरयू बैराज पर है।
  • इन 9 जिलों के किसानों को मिलेगा फायदा

    1. बहराइच
    2. सिद्धार्थनगर
    3. बस्ती
    4. संतकबीर नगर
    5. गोरखपुर
    6. श्रावस्ती
    7. गोंडा
    8. बलरामपुर
    9. महराजगंज

      ऐसे मिलेगा फायदा

      • इस परियोजना से 14 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई हो सकेगी।
      • 9 जिलों के 6,200 गांवों के 25 लाख से ज्यादा किसानों को लाभ मिलेगा।
      • परियोजना की लंबाई 318 किलोमीटर है, जबकि 6 हजार 590 किलोमीटर में इसके लिंकेज हैं।
      • नदियों को आपस में जोड़ने से बाढ़ जैसी विभीषिका से बचाया जा सकेगा।