
एक हजार ट्रॉलियां आने से परिसर में अव्यवस्था की स्थिति; 18720 क्विंटल उपज में 14604 क्विंटल धान बिकी
इस साल हो रही रिकार्ड आवक के चलते मिर्जापुर नई कृषि उपज मंडी भी नाकाफी हो रही है। मंगलवार को कुल 18720 क्विंटल उपज की नीलामी हुई, इसमें अकेले 14604 क्विंटल धान रही। लगभग 300 ट्राली उपज की नीलामी से बच गई थीं, जिनकी खरीदी बुधवार को होगी। धान की आवक ज्यादा होने से बिगड़ रही व्यवस्था को सुधारने के लिए मंडी समिति प्रबंधन ने अब मंडी में वन-वे सिस्टम लागू कर दिया है।
अब धान की ट्रालियों को सौराई रोड तरफ के गेट से एंट्री होगी। जबकि ट्रालियों की निकासी हाईवे तरफ के मुख्य द्वार से होगी। ताकि मंडी परिसर के अंदर ट्रैक्टर-ट्राली न फंसे और नीलामी कार्य भी प्रभावित न हो। मंगलवार को करीब एक हजार से ज्यादा ट्रालियां आईं थीं।
अन्य जिंसों की पुरानी मंडी में नीलामी की मांग
दूसरी तरफ नई मंडी में धान की ज्यादा आवक को देखते हुए व्यापारी अब धान की उपज को छोड़कर अन्य जिंसों की नीलामी पुरानी मंडी में कराने की मांग उठा रहे हैं। मंगलवार को अनाज तिलहन व्यापार उत्थान कल्याण संघ के अध्यक्ष राधेश्याम माहेश्वरी ने मंडी प्रबंधन को पत्र लिखकर गेहूं सहित दलहन-तिलहन जिंसों की नीलामी पुरानी मंडी में कराने की मांग की है।
एक गेट से एंट्री, दूसरे से निकासी की व्यवस्था की
- धान की अधिक आवक को देखते हुए नई मंडी सौराई रोड तरफ के गेट से धान के ट्रैक्टर-ट्रालियों की एंटी और मुख्य द्वार से निकासी की व्यवस्था की है। इस साल धान की आवक रिकार्ड मात्रा में हो रही है। – कमल बगवईया, सचिव कृषि उपज मंडी विदिशा
बाहर से भी आ रहे किसान….
गुना, सागर जैसे दूर दराज के जिलों के किसान भी धान बेचने के लिए मंडी में आ रहे हैं।
मंडी में धान की वर्षा
- इस सीजन में अब तक 3 लाख क्विंटल धान की आवक हुई है।
- 90 हजार क्विंटल अक्टूबर में।
- 2 लाख क्विंटल नवंबर में
- 29312 क्विंटल उपज नीलामी का सोमवार को बना इतिहास