
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यूपी दौरे का शनिवार को दूसरा दिन है। शाह वाराणसी में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के बाद अखिलेश यादव के गढ़ आजमगढ़ जाएंगे। वे यहां एक जनसभा को संबोधित करने से पहले राज्य विश्वविद्यालय की नींव भी रखेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे।
आजमगढ़ के बाद शाह बस्ती में सांसद खेल महाकुंभ का शुभारंभ करेंगे। उसके बाद शिव हर्ष पीजी कॉलेज में जनसभा को भी संबोधित करेंगे। शाह शुक्रवार शाम वाराणसी पहुंचे थे। यहां उन्होंने विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित किया था।
शाह ने 300 प्लस सीटों का लक्ष्य दिया
शुक्रवार को 3 घंटे तक अमित शाह ने वाराणसी में बड़ालालपुर स्थित टीएफसी में भाजपा के 403 विधानसभा प्रभारी, 98 जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी, क्षेत्र अध्यक्ष व क्षेत्र प्रभारी व प्रदेश की कोर टीम को संबोधित किया। इस दौरान भाजपा नेताओं को ‘बूथ जीता तो यूपी जीता’ का संकल्प दिलाया। शाह ने 2022 के विधानसभा चुनाव में 300 प्लस सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है।
आजमगढ़ सपा-बसपा का गढ़
आजमगढ़, समाजवादी पार्टी और बसपा का किला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजमगढ़ को बहुत महत्व देते हैं। साल 2019 में लोकसभा चुनाव में पहले उन्होंने यहां बड़ी जनसभा को संबोधित भी किया था। सपा-बसपा के इस किले में सेंध लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार पूर्वांचल का दौर कर चुके हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह आजमगढ़ की भौगोलिक स्थिति भी है। इस जिले की सीमाएं जौनपुर, वाराणसी, मऊ, गाजीपुर, ,सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर और गोरखपुर से घिरी हैं।
पूर्वांचल के वोट बैंक पर सबकी नजर
समाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया के जमाने से ये जिला समाजवादी विचारधारा से काफी प्रभावित रहा है। यहां करीब 45 प्रतिशत यादव-मुस्लिम मतदाता हैं। वहीं अगड़ी जातियां 24 प्रतिशत के करीब है। जबकि दलित 30 प्रतिशत के आसपास हैं। इस समाजिक समीकरण के चलते यहां पर सालों से सपा-बसपा का गढ़ माना जाता है।