
विदिशा के सिरोंज में खाद न मिलने से गुस्साए किसानों ने चक्काजाम कर दिया। जिसकी सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत कर उन्हें समझाकर शाम तक और खाद उपलब्ध कराने का वादा कर चक्काजाम समाप्त कराया।
इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों और किसानों के बीच जमकर बहस भी हुई। सिरोंज क्षेत्र के किसान नेता सुरेंद्र रघुवंशी का कहना है कि हम सिरोंज क्षेत्र के किसान यहां DAP ,यूरिया और NPK की मांग को लेकर यहां आए हैं। बड़े शर्म की बात है, बोवनी का समय निकला जा रहा है और सरकार खाद-बीज तक उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। सुबह 6 बजे से 80-80 साल की महिलाएं, किसान लाइन में लगे हैं, लेकिन खाद नहीं मिल पा रही।
अब बिना खाद के किसान कैसे बोवनी करेगा। सरकार के पास सभी किसानों की जमीन का रिकॉर्ड है, फिर भी इन्होंने खाद का इंतजाम क्यों नहीं किया। प्राइवेट दुकानों पर 1600-1700 रुपए की खाद की बोरी बेची जा रही है। उनको खाद बेचने कहां से मिल रही है। सरकारी गोदामों से खाद क्यों नहीं बांटा जा रहा है। सोमवार को कुल 500 बोरी आई हैं और यहां 2000 से ज्यादा किसान खाद लेने आए। एक किसान को 2 बीघा के लिए 1 बोरी की जरूरत होती है, कैसे पूर्ति होगी? सोमवार को किसानों ने यहां सड़क जाम कर आंदोलन किया है। अगर शाम तक 10 ट्रक खाद बुलवाकर बंटवाए जाए, नहीं तो किसान दोबारा आंदोलन करेंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस संबंध में सिरोंज तहसीलदार अलका सिंह का कहना है कि किसानों से सोमवार को खाद मिलने में आ रही परेशानी को लेकर चक्काजाम किया है, हालांकि खाद का वितरण हो रहा है। अभी 600 बोरी खाद है, प्रति किसान को 3 बोरी खाद दी जा रही है, शाम तक और खाद आ रही है। किसानों ने कुछ निजी दुकानों से पक्का बिल न देकर पर्ची देने की भी शिकायत की है, जिसकी जांच कृषि विभाग द्वारा करवाई जाएगी और शिकायत सही पाए जाने और कार्रवाई की जाएगी।