Wednesday, October 8

विदिशा में दो मुर्रा भैंसें चोरी:51 लोगों ने 5 दिन तक 50 से ज्यादा गांवों में की सर्चिंग, 25 किमी दूर खेत में मिलीं भूरी और छम्मो

पांच दिन पहले एक किसान के खेत से भूरी-छम्मों नाम दो मुर्रा भैंसे चोरी हो गई। उन्हें ढूढने के लिए गांव के 51 लोगों ने 50 से ज्यादा गांव में सर्चिंग की। आखिर पांच दिन बाद उन्हें ढूंढ निकाला। भैंस के मालिक नटेरन के प्राणसिंह रघुवंशी हैं। वे डॉक्टर साहब के नाम से जाने जाते हैं। वे आसपास के गांव में जाकर मवेशियों का इलाज करते हैं।

दरअसल 13 अक्टूबर सोमवार को उनकी दोनों भैंसें भूरी और छम्मो खेत में रोज की तरह चरने गई थीं। यहां से अज्ञात चोर उन्हें वहां से हांककर ले गए। इससे पूरा परिवार चिंता में पड़ गया था। इसके बाद दूसरे दिन से ही भैंसों को ढूंढ़ने की रणनीति बनाई गई।

गांव वालों ने विदिशा, नटेरन व शमशाबाद सहित तीन तहसीलों के गांव-गांव में जाकर भैंसों को तलाशा। तांत्रिक से मिले और उसके द्वारा बताई दिशा व समय पूछकर गांवों में पूछताछ भी की। भैंसे जल्दी मिल जाए, इसके लिए हनुमानजी की पहाड़िया में दीप जलाए और मन्नत की अर्जी भी लगाई। तब जाकर नटेरन से 25 किमी दूर हर्रुखेड़ी खेतों में चरते हुए मिली।

10 लीटर दूध देने वाली मुर्रा भैंस की कीमत 1 लाख रुपए से ज्यादा, इसलिए होती है चोरीभूरी और छम्मो दोनों हरियाणा की मुर्रा नस्ल वाली दुधारू भैंसें हैं। सुबह-शाम दोनों टाइम दोनों 10-10 लीटर दूध देती हैं। इन दोनों की कीमत करीब 2 लाख रुपए है। दुधारू भैंसों की कीमत प्राय: प्रति लीटर 10 हजार रुपए के हिसाब से तय होती है।

40 रिश्तेदार, 11 कर्मचारी लगे थे सर्चिंग में प्राणसिंह रघुवंशी के मुताबिक भूरी (उम्र 4 साल) और छम्मो (उम्र 3 साल) को ढ़ूंढ़ने में 11 निजी कर्मचारियों के अलावा 40 रिश्तेदारों और ग्रामीण सहयोगियों की टीम लगी थी। सुबह 4 बजे से लेकर रात करीब 8 बजे तक रोजाना सर्चिंग चलती थी। गांवों में जाकर लोगों को अपना मोबाइल नंबर देकर आते थे ताकि भैंसें मिलने की सूचना मिल सके।

चूंकि आसपास के कई गांवों के लोग भैंस मालिक को डाक्टर साहब के नाम से जानते थे। इस कारण लोगों ने इस काम में आगे आकर उनकी मदद की और समय-समय पर भैंसों की लोकेशन की सूचना भी देते रहे।2 भैंसों को ढूंढने में 15 हजार रुपए का खर्चलगातार 5 दिनों तक भैंसों को ढूंढ़ने की मशक्कत में करीब 15 हजार रुपए का खर्च भी आया। इसमें वाहनों में लगने वाले डीजल और पेट्रोल के अलावा रास्ते में भोजन और चाय-नाश्ते का खर्च भी शामिल है।