
मध्यप्रदेश में छात्रावास न खुलने से परेशान छात्र अब आंदोलन पर उतर आए हैं। छात्रों का कहना है कि सरकार ने 15 सितंबर से कॉलेज के छात्रावास और 20 सितंबर से स्कूल के छात्रावास खोलने की बात शासन-प्रशासन द्वारा कही गई थी, इस संबंध में आदेश भी आ चुका है। लेकिन स्थानीय अधिकारी कर्मचारी से लेकर जिला प्रशासन भी आदेश के संबंध में जवाब देने के लिए तैयार नहीं है और छात्रावासों को अभी तक बंद रखा गया है। इसलिए मंगलवार को छात्राओं द्वारा बेतवा नदी में जल सत्याग्रह कर सरकार को चेतावनी दी ।
छात्र विक्रम अहिरवार का कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार ने छात्रावास खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं, लेकिन जो आवासीय छात्र-छात्राएं एससी, एसटी वर्ग के छात्राएं सम्मिलित हैं, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा छात्रावासों को बंद रखा गया है। जिला प्रशासन का भेदभाव पूर्ण रवैया है। छात्रावास खोलने की मांग है। यदि यह पूरी नहीं की जाती तो हम अनिश्चितकालीन जल सत्याग्रह करेंगे और मंगलवार से शुरू कर दिया है। इसकी शिकायत कलेक्टर और सीएम हेल्पलाइन पर की गई है, लेकिन वहां हमारी शिकायत नहीं सुनी गई करीब 600 विद्यार्थी जिला मुख्यालय पर रहते हैं।