Thursday, October 2

भोपाल की खराब सड़कों की रिपेयरिंग:PWD ने पेंचवर्क शुरू किया, कोलार-हमीदिया रोड पर ज्यादा फोकस; निगम और CPA आज से संवारेगी

राजधानी भोपाल की खूबसूरती पर दाग लगा रही खराब सड़कों की रिपेयरिंग शुरू हो गई है। PWD ने 32 किमी जर्जर हिस्से में पेंचवर्क की शुरुआत कर दी है। कोलार और हमीदिया रोड पर फोकस है, क्योंकि इन 2 प्रमुख सड़कों से रोज 5 लाख से ज्यादा लोग गुजरते हैं। वहीं, पेंचवर्क के बाद 11 किमी कोलार रोड (रेस्ट हाउस से चिचली बैरागढ़) फिर से बनाई जाएगी। डामरीकरण के लिए टेंडर प्रोसेस भी शुरू कर दी गई है। इधर, नगर निगम और CPA (राजधानी परियोजना प्रशासन) बुधवार से सड़कों को सुधारेगा।

PWD ने कमिश्नर कवींद्र कियावत को जो प्लान सौंपा है, उसमें 445 किमी सड़क का जिक्र है। डिटेल रिपोर्ट में 445 में से 32 किमी हिस्से की रिपेयरिंग 20 अक्टूबर तक किए जाने की बात कही गई है। वहीं, अगले चरण में टेंडर प्रोसेस भी निकाला जाएगा। PWD का सबसे ज्यादा फोकस कोलार और हमीदिया रोड पर है। सीवेज और पानी की लाइन बिछाने के लिए नगर निगम ने दोनों ही सड़कों की खुदाई कर दी है, लेकिन फिर से व्यवस्थित नहीं कराई। दूसरी ओर बारिश के कारण भी सड़कों की हालत खराब हो गई। राजधानी की दोनों प्रमुख सड़कों से डामर गायब हो गया। ऐसे में लाखों लोग परेशान हो रहे हैं। गड्‌ढे, कीचड़ और धूल के कारण लोगों की सेहत पर भी असर पड़ रहा है। इनमें सुधार होने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

विभाग के एसई संजय मस्के ने बताया कि पेंचवर्क बेहतर तरीके से करा रहे हैं। ताकि राहगीरों को राहत मिल सके। 20 अक्टूबर से पहले सड़कों की रिपेयरिंग कर देंगे। 11 किमी लंबी कोलार रोड के लिए नए सिरे से टेंडर प्रोसेस की जा रही है। सीवेज और कोलार ग्रेविटी लाइन बिछाने के लिए खुदाई होने से सड़कों की हालत बिगड़ी है।

निगम आज से सुधारेगा या नहीं, इस पर सस्पेंस

शहर में करीब 80% सड़कें नगर निगम की है। अधिकांश की हालत खस्ताहाल है। कई सड़कों से तो डामरी पूरी तरह से उखड़ चुका है। इसके चलते नगर निगम इन सड़कों की 70 करोड़ रुपए खर्च करके रिपेयरिंग करेगा। 6 अक्टूबर से रिपेयरिंग करने की बात कही जा रही है, लेकिन एक दिन पहले रिपेयरिंग को लेकर कोई तैयारी दिखाई नहीं दी।

दरअसल, निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी UP के लखनऊ में हैं। इस कारण सड़कों की रिपेयरिंग को लेकर जिम्मेदार इंजीनियर तैयारी करते नजर नहीं आए। इंजीनियर पीके जैन को तो मोबाइल रिसीव करने से ही परहेज है, जबकि सड़कों को सुधारने का जिम्मा उन्हीं पर है।

15 दिन में गड्‌ढे भरने का टॉरगेट

बारिश के कारण राजधानी की 70% सड़कें जर्जर अवस्था में पहुंच गई है। मुद्दा उठने के बाद तीनों निर्माण एजेंसी नगर निगम, PWD और CPA ने 30 सितंबर को कमिश्नर कियावत को सड़कों का डिटेल प्लान सौंप दिया था। इसके बाद कमिश्नर ने हर हाल में 15 दिन के भीतर सड़कों की तस्वीर बदलने को कहा है। रिपेयरिंग का काम 6 से 20 अक्टूबर तक चलेगा। वरना एजेंसियों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके चलते PWD ने एक दिन पहले ही रिपेयरिंग शुरू करा दी।

राजधानी की सड़कों के ऐसे हाल

सबसे बुरे हाल राजधानी के उप नगर कोलार के हैं। कोलार रेस्ट हाउस से चिचली बैरागढ़ तक 11 किमी की सड़क पूरी तरह से उखड़ी हुई है।

होशंगाबाद रोड पर वीर सावरकर ब्रिज से मिसरोद तक ढेरों गड्‌ढे हो चुके हैं। पुराने शहर के भोपाल टॉकीज, अल्पना तिराहा, हमीदिया रोड, करोंद, डीआईजी बंगला, छोला, शाहजहांनाबाद, परी बाजार आदि इलाकों के भी यही हाल है।

रायसेन रोड, अवधपुरी, अयोध्या बायपास, रातीबड़ समेत कई कॉलोनियों में सड़कें उखड़ी है।

CM जता चुके हैं नाराजगी

राजधानी की खराब सड़कों पर जुलाई में CM शिवराज सिंह चौहान भी नाराजगी जता चुके हैं। इसके बाद उन्होंने CPA को बंद करने के निर्देश दे दिए थे। बावजूद सड़कों की हालत नहीं सुधरी थी। जिम्मेदार अफसर बारिश को वजह बता रहे थे। इसलिए बारिश थमने के बाद 6 अक्टूबर से पेंचवर्क का काम शुरू करने का निर्णय लिया गया।