
यूपी दौरे से पहले राहुल गांधी ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा पर उन्होंने कहा है कि यूपी में किसानों को कुचला जा रहा है और आरोपियों पर एक्शन नहीं लिया जा रहा। राहुल गांधी ने कहा, ‘कुछ समय से हिंदुस्तान के किसानों पर सरकार का आक्रमण हेा रहा है। एक तो किसानों को जीप के नीचे कुचला जा रहा है। उनका मर्डर किया जा रहा है। बीजेपी के होम मिनिस्टर की बात हो रही है उनके पुत्र की बात हो रही है। उन पर कोई एक्शन नहीं हो रहा।
दूसरी बात देशभर के किसानों पर एक के बाद एक हमला हो रहा है। पहले तीन कृषि कानून बिल लाकर। अब उनका हक छीना जा रहा है। कल प्रधानमंत्री जी लखनऊ में थे, लेकिन लखीमपुर खीरी नहीं जा पाए। मृत किसानों का पोस्टमार्टम ठीक से नहीं किया जा रहा है। जो ठीक से बात करे उसे बंद किया जा रहा है। आज हम लखनऊ जाने की कोशिश करेंगे, लखीमपुर जाने की कोशिश करेंगे।’
राहुल ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यूपी में अपराधियों को खुली छूट मिली हुई है। जैसा आपने अभी बोला कि यह राजनीति हो रही है। हमारा विपक्ष का काम प्रेशर बनाने का होता है, तब कार्रवाई होती है। सरकार नहीं चाहती कि हम प्रेशर बनाएं। सच बताऊं कि यह काम आपका है, लेकिन आप अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते, उसे आप भूल गए।
हिंदुस्तान की आवाज को कुचला जा रहा है
राहुल ने कहा कि देश का जो ढांचा है उसे बीजेपी और आरएसएस काबू कर रही है। यह सिर्फ मीडिया की बात नहीं है। आप जानते हो कि मीडिया को कैसे कंट्रोल किया जाता है उसी तरह देश के सभी इंस्टीट्यूशंस को कंट्रोल किया गया है। आज देश में तानाशाही है। राजनेता उत्तर प्रदेश में नहीं जा सकते। कल से हमें कहा जा रहा है कि भैया आप नहीं जा सकते।
UP जाकर पीड़ित परिवारों का दर्द बांटना चाहता हूं
कांग्रेस नेता ने कहा कि चाहे प्रियंका हो मैं हूं या हमारे परिवार का कोई भी हो, हमें मैन हैंडलिंग से कोई फर्क नहीं पड़ता। हमें मार दीजिए, काट दीजिए हमें फर्क नहीं पड़ता। यह हमारी सालों पुरानी ट्रेनिंग हैं। यह हमारे परिवार की ट्रेनिंग है। हिंदुस्तान की आवाज को कुचला जा रहा है। मैं पीड़ित परिवारों का दर्द बांटना चाहता हूं। वहां जाकर ग्राउंड रियलिटी जानना चाहता हूं। समझना चाहता हूं। अभी ग्राउंड रियलिटी किसी को नहीं पता है।
राहुल के दौरे को UP सरकार ने नहीं दी है इजाजत
लखीमपुर हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश में सियासत के तीन हॉटस्पॉट बने हुए हैं। बहराइच में जहां राकेश टिकैत की मौजूदगी में किसान गुरविंदर के शव का दोबारा पोस्टमार्टम हुआ। वहीं, सीतापुर में गिरफ्तार की गईं प्रियंका गांधी ने बेल बॉन्ड भरने से इनकार कर दिया । वे अभी भी अस्थाई जेल में हैं। इधर राहुल गांधी भी आज उत्तर प्रदेश जाएंगे। उनके लखनऊ से सीतापुर होते हुए लखीमपुर खीरी जाने का कार्यक्रम है।
राहुल के साथ पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी, छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल और सचिन पायलट भी आएंगे। हालांकि अभी योगी सरकार ने राहुल समेत इन नेताओं के दौरे की इजाजत नहीं दी है।
राहुल दोपहर 12.30 बजे लखनऊ के लिए फ्लाइट लेंगे और 1.30 बजे तक लखनऊ पहुंच जाएंगे। लखनऊ में धारा 144 लगा दी गई है। उधर, लखीमपुर खीरी में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के आने की सूचना पर 10 हजार किसानों के जुटने की संभावना है। ऐसे में मौके पर पुलिस तैनात कर दी गई है। वहीं लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच और पीलीभीत में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
प्रियंका ने गिरफ्तारी पर उठाए सवाल
प्रियंका गांधी ने अपनी गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मंगलवार रात सीतापुर गेस्ट हाउस के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को फोन से संबोधित किया। प्रियंका ने कहा- जब कोई किसान संघर्ष या आंदोलन में अपनी जान गंवाता है तब उसे हम मृतक नहीं कहते, उसे शहीद कहते हैं। आज एक ऐसी कायर सरकार है कि इन्हीं का गृह मंत्री जनता को धमकाता है। वो जनता की आवाज से डरता है। उसका बेटा गाड़ी के पहियों तले किसानों को कुचल देता है।
किसानों पर कार चढ़ाने की घटना पर केंद्रीय मंत्री ने फिर दी सफाई
लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में आरोपी आशीष मिश्र के पिता और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा है कि उनका बेटा कार में नहीं था। कार पर हमले में ड्राइवर घायल हो गया और कार बेकाबू होकर वहां मौजूद लोगों पर चढ़ गई। जिन लोगों की जान गई उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। टेनी ने उस वायरल ऑडियो पर भी सफाई दी है, जिसमें वे कथित तौर पर किसानों को अपशब्द कह रहे हैं। टेनी ने कहा है कि पूरा ऑडियो नहीं सुनाया जा रहा, मैंने कभी भी किसानों के खिलाफ अपशब्द नहीं कहे। इस घटना के पीछे कुछ शरारती तत्वों का हाथ है। जहां यह घटना हुई वहां कुछ खालिस्तानी मौजूद थे, जो भिंडरावाले के पोस्टर लिए हुए थे।
जांच के लिए 6 सदस्यीय कमेटी का गठन
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा की जांच 6 सदस्यीय कमेटी करेगी। IG लखनऊ ने बताया कि इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को नामजद आरोपी बनाया है। सूत्रों के मुताबिक, मामले की न्यायिक कमेटी से भी जांच कराई जानी है। इसके लिए कमेटी की बुधवार को घोषणा की जाएगी।
बहराइच के किसान गुरुविंदर को गोली नहीं लगी थी
लखीमपुर हिंसा में मारे गए बहराइच के किसान गुरुविंदर सिंह के परिवार ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल खड़ा करते हुए मंगलवार को अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। परिजन को शक था कि गुरुुविंदर की मौत गोली लगने से हुई है। DM और SP ने परिवार से बात भी की, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद लखनऊ से हेलिकॉप्टर से PGI के पांच डॉक्टर्स की टीम दोबारा पोस्टमार्टम कराने के लिए भेजी गई। किसानों की संतुष्टि के लिए उनकी तरफ से 2 डॉक्टर देखरेख के लिए खड़े हुए। इसके बाद शाम 4.30 बजे दोबारा पोस्टमार्टम हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दूसरी रिपोर्ट में भी यह सामने आया है कि गुरुविंदर को गोली नहीं लगी थी। इससे पहले आज सुबह गुरुविंदर का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बता दें लखीमपुर हिंसा में मारे गए 3 दूसरे किसानों का अंतिम संस्कार पहले ही किया जा चुका है।
लखीमपुर में क्या हुआ था?
- रविवार को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इससे 4 किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद भड़की हिंसा में किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। इस हिंसा में एक पत्रकार भी मारा गया।
- इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है।
- सरकार और किसानों के बीच समझौता हुआ। सरकार ने मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।
- सभी मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। साथ ही घटना की न्यायिक जांच और 8 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने का वादा भी किया गया है।