
जनपद पंचायत के सायर पंचायत के आदिवासी बहुल गांव घाटखेड़ी में मंगलवार को राज्यपाल मंगू भाई पटेल पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने पात्र लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया। घाटखेड़ी गांव में राज्यपाल ने बुद्धराम आदिवासी को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने नए मकान में प्रवेश कराया।
इससे पहले उन्होंने घर के बाहर आम के पेड़ लगाए। इस दौरान राज्यपाल ने परिवार के सदस्यों से चर्चा की और पौधों की सुरक्षा करने की बात कही। बुद्धराम के नए घर में गृह प्रवेश के बाद भोजन भी किया। इसके पहले उनके कुक ने पूरी पड़ताल की। आदिवासी के घर पर राज्यपाल के भोजन के लिए गेहूं और ज्वार की रोटी बनाई गई। इसके अलावा रजान की भाजी, तुअर की दाल और आलू की सब्जी बनाई गई। इसके बाद खाद्य सुरक्षा अधिकारी ई पन्ना ने भोजन का सैंपल लिया। डाक्टर विकाससिंह बघेल ने भोजन को टेस्ट किया।
10 मिनट के आब्जर्वेशन के बाद उन्होंने रिपोर्ट ओके की। रिपोर्ट पुलिस अधिकारियों को दी गई। इसके बाद राज्यपाल ने भोजन किया। राज्यपाल के साथ शमशाबाद विधायक राजश्री सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ राकेश सिंह जादौन, बुद्धराम और उनकी पत्नी रामबाई, पुत्र धरम सिंह, विशाल सिंह और पुत्री ज्ञानबाई, अंशा बाई ने भी भोजन किया है।
सरकार की सफलता गांव के लोगों के सहयोग पर निर्भर करती है: मंगू भाई पटेल
केंद्र और राज्य की सरकारें गांव की तरक्की के लिए बहुत सारे काम कर रही हैं। हर परिवार का अपना एक घर सपना होता है और जो पिछड़े हुए गरीब लोग हैं उनके लिए अपना घर सोचना भी बहुत बड़ी बात है। यह बात राज्यपाल ने कहीं, उन्हाेंने कहा कि मुझे खुशी है कि इसे पूरा करने में प्रधानमंत्री के संकल्प को राज्य सरकार द्वारा प्रभावी तरीके से किया जा रहा है। उनका कहना था कि सरकार की सफलता गांव के लोगों के सहयोग पर निर्भर करती है। गांव में 40 आवास बने हुए हैं। सरकार जो आदिवासी लोगों के लिए कर रही है वह पहले कभी नहीं हुआ ।
बेटियों के लिए: बेटी शिक्षित हो तो दो घरों की तरक्की होती है: राज्यपाल ने कहा कि बेटियों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर हमें ध्यान देना चाहिए। बेटी शिक्षित होती है तो दो घरों की तरक्की होती है। बेटियों को लेकर सरकार की कई योजनाएं हैं। बेटियों को खूब पढ़ाएं और उन्हें आगे बढ़ाएं।
पर्यावरण के लिए:- ऑक्सीजन के बिना जीवन नहीं होता: कोरोना जैसी बीमारी 100 साल में आई है। गरीब,अमीर कोई भी हो ऑक्सीजन के बिना जीवन नहीं है। ऑक्सीजन पेड़ ही देता है। नई पीढ़ी को नीम, आंवला, पीपल, बरगद, महुआ, आम जैसे परंपरागत पेड़ों की नई पौध तैयार करने प्रोत्साहित करें।
गांव के लिए: विकास का लाभ सभी को मिले: आदर्श गांव कैसे बने, यह हमें सोचना पड़ेगा। गांव में सरकार की मंशानुसार योजना लागू हो। योजना का लाभ लेने वालों को भी दूसरे लोगों को लाभ दिलाना चाहिए। विकास का लाभ सभी को मिले, इसके लिए काम करना जरूरी है।
मजाकिया माहौल भी बना… लगता है सरपंच के पास बहुत पैसा है
राज्यपाल को सायर पंचायत के सरपंच बदन सिंह राजपूत ने सांची के स्तूप का स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस मौके पर राज्यपाल ने मजाकिया ढंग से कहा कि लगता है सरपंच के पास बहुत पैसा है।
आदिवासियों के लिए काम कर रही है सरकार: राजश्री
कार्यक्रम को राज्यपाल के अलावा सिर्फ शमशाबाद विधायक राजश्री सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष तोरण सिंह दांगी ने संबोधित किया। मंच पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष राकेश सिंह जादौन भी मौजूद रहे।
विधायक राजश्री सिंह का कहना था कि सरकार आदिवासी समाज के लिए कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं से कई लोगों को लाभ मिल रहा है। राज्यपाल के दौरे के बाद पूर्व विधायक रुद्र प्रतापसिंह ने गांव में चौपाल लगाई। गांव वालों ने इस मौके पर आवास और पीने के पानी की समस्याएं बताईं।