Thursday, September 25

दिक्कत कम नहीं:3 साल में भी अब तक यह तय नहीं हो पाया कि लोहा मील मार्ग का निर्माण कौन करेगा

सिरोंज चौराहे से त्योंदा रोड तक सड़क का यह हिस्सा बारिश में समस्या बना

तीन साल बाद भी तय नहीं हो पाया है कि लोहा मील मार्ग का निर्माण कौन करेगा। सिरोंज चौराहे से त्योंदा रोड तक सड़क का यह हिस्सा नागरिकों और वाहनों चालकों के लिए बारिश में समस्या बना हुआ है। 2011-12 में इस सड़क का सीसी करण मंडी निधि से कृषि मंडी बोर्ड भोपाल द्वारा कराया गया था, लेकिन मंडी बोर्ड ने सड़क निर्माण की योजना ही बंद कर दी। 2018 के दौरान गमाखर गांव में रघुवंशी समाज द्वारा आयोजित 1111 कुंडीय यज्ञ के दौरान तत्कालीन कृषि मंडी अध्यक्ष नरेंद्र सिंह रघुवंशी ने त्योंदा रोड से मां कर्मा चौक तक सड़क का सील कोड करा दिया गया लेकिन कर्मा देवी मंदिर से सिरोंज चौराहे तक सड़क के हिस्से को छोड़ दिया था।

परिणाम स्वरुप सड़क का यह हिस्सा गड्ढों में बदल चुका है। मंडी बोर्ड की योजना बंद होने के बाद इसकी मरम्मत और निर्माण कौन करेगा अब तक तय नहीं हो पाया है कि सड़क पर तीन तीन फीट लंबे गड्ढे उभर आए हैं। इनमें बारिश का पानी भर हुआ है इससे पैदल चलना और वाहन चलाना मुश्किल हो रहा है।

इस मार्ग पर 24 घंटे रहता है यातायात का दबाव

लोहा मील मार्ग से त्योंदा बायपास मार्ग पर यातायात का दबाव 24 घंटे रहता है। विदिशा, गुलाबगंज, नटेरन, शमशाबाद आने जाने वाले वाहन इसी सड़क के माध्यम से आते जाते हैं। इन क्षेत्रों के किसान भी इसी बायपास सड़क से कृषि मंडी अपनी उपज लाते हैं। मरम्मत नहीं होने के कारण यातायात के दबाव से सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे उभर आए हैं। इससे यातायात में काफी समस्या आ रही है।

इन हालातों में हुआ था निर्माण

लोहा मील मार्ग की खराब हालत के कारण नागरिकों द्वारा आए दिन प्रदर्शन किए जाते थे। सड़क को लेकर लोक निर्माण विभाग और नपा के बीच विवादों के चलते इस हिस्से का निर्माण अटका था। नपा के पास निर्माण के लिए राशि नहीं थी।

पूर्व विधायक हरि सिंह रघुवंशी के प्रयास से कृषि मंडी बोर्ड ने सड़क निर्माण को स्वीकृति दी थी। पाइप लाइन, केबल के लिए बार बार सड़क की खुदाई होने से खस्ताहाल हो गई। बारिश में सड़क के गड्ढों में पानी भरा रहता है। वाहन के पहियों से गंदा पानी पैदल चलने वालों पर गिरता है और मकानों तक आता है इससे विवाद के हालात बन रहे हैं।

छह वार्डों को जोड़ता है मार्ग

त्योंदा मार्ग से सिरोंज चौराहे तक यह सड़क छह वार्डों से जुड़ी हुई है। इन वार्डों के नागरिक भी गड्ढों के कारण आ रही समस्या को झेल रहे हैं। देहात थाना राजेंद्र नगर स्कूल और गांधी चौक स्कूल का यातायात इसी सड़क से जुड़ा हुआ है। इसके अतिरिक्त यह गुलाबगंज और गुरोद सड़क से जुड़ा होने के कारण इस सड़क का उपयोग बायपास मार्ग के रुप में सालों से हो रहा है।

यह हैं हालात

बायपास मार्ग पर यातायात का दबाव इतना रहता है कि हर चार सेकंड में एक वाहन निकलता है। इस सड़क की मरम्मत व निर्माण लोक निर्माण विभाग नगर पालिका कराने तैयार नहीं है। स्मार्ट सिटी में इससे शामिल नहीं किया गया। बर्री घाट बेतवा सड़क का निर्माण राजेंद्र नगर पुलिया से गुरोद तक एमपीआरडीसी के माध्यम से प्रस्तावित है। कृषि मंडी बोर्ड ने सड़क योजना को बंद कर दिया है। इससे अब इस सड़क का मालिक कौन होगा तय नहीं हो पा रहा है।

ली जाएगी जानकारी

त्योंदा मार्ग से सिरोंज चौराहे तक सड़क किसके आधीन है। इसकी मरम्मत और निर्माण में क्या दिक्कतें हैं। इसकी जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
-रोशन राय, एसडीएम गंजबासौदा।