
हकीकत – 54 करोड़ 70 लाख का बजट खर्च करने की तैयारी, एक गोशाला के निर्माण में खर्च होते हैं 28 से 30 लाख रु.
जिले में 2020-21 में 120 गो शालाएं स्वीकृत हुई हैं। इनमें से केवल 7 चालू हुई हैं। 113 का निर्माण कार्य अधूरा है। इसी प्रकार साल 2019-20 में 36 गोशालाओं मंजूर हुई थीं। इनमें से 35 गो शालाएं चालू करने का दावा प्रशासन किया जा रहा है। लटेरी के कालादेव की एक गोशाला अभी भी अधूरी पड़ी है। पिछले 2 साल में 156 गौशालाओं के निर्माण में 54 करोड़ 70 लाख से अधिक बजट का प्रावधान किया गया है। इसमें से अब तक 30 करोड़ रुपए से अधिक का बजट खर्च भी हो चुका है। पूर्ण हो चुकी 43 गोशालाओं में 3727 मवेशी रखने का दावा किया जा रहा है। इसके बाद अकेले विदिशा शहर में ही 3000 से अधिक आवारा मवेशी सड़कों पर घूम रहे हैं। पूरे जिले की बात की जाए तो 30 हजार से अधिक आवारा मवेशी सड़कों पर हैं। इनसे आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। लोगों को आवागमन में असुविधा हो रही है।
पूर्ण हो चुकी 43 गोशालाओं में 3727 मवेशी रखने का दावा, कुरवाई में 23 में से 1 का निर्माण
2 साल पुरानी सिर्फ 5 सरकारी गोशालाएं चालू
विदिशा जिले में 2019-20 में कुल 36 गोशालाएं मंजूर हुई थीं। उनमें से केवल विदिशा ब्लाक में 5 सरकारी गोशालाएं ही चालू होने की बात कही जा रही है। इनमें पीपरहूटा, सौंथर, पठारी हवेली, अमऊखेड़ी और कोठीचारखुर्द की गोशालाएं शामिल हैं। इस संबंध में पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी डा.आरबी बघेल ने बताया कि विदिशा ब्लाक की ये पांचों गोशालाएं चालू हैं। इसके अलावा 3 प्राइवेट गोशालाएं भी यहां चल रही हैं। इनमें बेतवा किनारे श्री गोपाल कृष्ण गोशाला, उदयगिरी में दयोदय गोशाला और विट्ठल नगर गोशाला आदि शामिल हैं।
25 आवारा मवेशियों को किया शहर से बाहर
नपा अमले ने अभियान के तहत 2 दिन में 25 से अधिक मवेशियों को काऊ केचर वाहन में भरकर शहर से बाहर जंगल की ओर छोड़ा गया है। पहले दिन 15 से अधिक आवारा मवेशी पकड़कर बाहर किए गए थे। दूसरे दिन 10 मवेशी पकड़े गए। नपा सीएमओ सुधीर सिंह का कहना है कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
एक गोशाला में 90 पशु रखते हैं
एक नई गोशाला के निर्माण में औसतन 28 से 30 लाख रुपए का बजट खर्च किया जाता है । वहीं एक गोशाला में अधिकतम 100 पशु रखने की केपेसिटी होती है। मौजूदा हालात में विदिशा की पांचों चालू गोशालाओं में औसतन 80 से 90 पशु रखे जा रहे हैं।
20 रु. प्रति मवेशी चारे का प्रावधान
पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी डा.आरबी बघेल ने बताया कि सरकारी गोशालाओं में प्रति मवेशी रोजाना अधिकतम 20 रुपए का बजट चारे के लिए रखा जाता है। इससे ऊपर जो भी राशि खर्च होती है, उसे कमेटी वाले वहन करते हैं। बजट का आवंटन जिला पंचायत के माध्यम से किया जाता है।
जिले में गोशालाओं के निर्माण की स्थिति
तहसील स्वीकृत काम
गंजबासौदा 15 00
ग्यारसपुर 18 01
कुरवाई 23 01
लटेरी 10 00
नटेरन 16 01
सिरोंज 21 04
विदिशा 17 00
कुल 120 07
देरी से मिल रहा है निर्माण का बजट
गोशालाओं का निर्माण मनरेगा के बजट से चल रहा है। काफी समय से बजट की काफी कमी चल रही है। इसी कारण गोशालाओं के निर्माण में विलंब हो रहा है। बजट मिलते ही अधूरा पड़ा निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा।
-डाॅ.ओपी गौर, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं विदिशा।