Thursday, September 25

बंगाल में राजनीतिक रस्साकशी बढ़ी:आज TMC मना रही खेला होबे दिवस, जवाब में BJP निकालेगी शहीद सम्मान यात्रा

पश्चिम बंगाल में आज खेला होबे दिवस मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस दिन जरूरतमंद बच्चों को फुटबॉल बांटा जाएगा। वहीं, पार्टी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि बच्चों और युवाओं के बीच चरित्र और राष्ट्र निर्माण के लिए खेलों को बढ़ावा देने की यह पहल है। भाजपा नेता इसे राजनीतिक चश्मे से देख रहे हैं, जो सही नहीं है।

दरअसल, इस साल पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान खेला होबे नारे का खूब इस्तेमाल हुआ। बनर्जी ने बार-बार BJP के खिलाफ इस नारे का इस्तेमाल किया, जो इलेक्शन में TMC के खिलाफ मुख्य दावेदार थी। उनका कहना है कि केंद्र में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने तक यह राजनीतिक लड़ाई जारी रहेगी।

खेल क्लबों को 1 लाख फुटबॉल दिए जाएंगे
कुछ दिनों पहले कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में भीड़ को संबोधित करते हुए CM बनर्जी ने खेला दिवस नाम से योजना की घोषणा की। इसके तहत पश्चिम बंगाल खेल और युवा मामलों का विभाग विभिन्न खेल क्लबों को 1 लाख से अधिक फुटबॉल देगा। उन्होंने कहा कि भारतीय फुटबॉल संघ (IAF) के तहत 303 क्लबों को 10 गेंदें दी जाएंगी। मोहन बागान, मोहम्मडन और पूर्वी बंगाल को 100-100 गेंदें टोकन के रूप में दी जाएंगी।

भाजपा शहीद सम्मान यात्रा निकालेगी
खेला होबे दिवस के जवाब में BJP आज से राज्य में तीन दिवसीय शहीद सम्मान यात्रा निकालने जा रही है। दरअसल, भाजपा 16 से 18 अगस्त तक राष्ट्रीय स्तर पर जन आशीर्वाद यात्रा का आयोजन कर रही है। लेकिन, बंगाल में हुई चुनावी हिंसा को देखते हुए मृतक कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए राज्य में इसका नाम बदलकर शहीद सम्मान यात्रा कर दिया गया है।

‘ग्रेट कलकत्ता किलिंग’ से जोड़कर कार्यक्रम की आलोचना
‘ग्रेट कलकत्ता किलिंग’ से जोड़कर कार्यक्रम पर सवाल उठाए जा रहे हैं। BJP के राज्यसभा सांसद स्वप्न दासगुप्ता ने कहा कि 16 अगस्त 1946 को मुस्लिम लीग ने डायरेक्ट एकश्न डे शुरू किया, जिसके बाद ग्रेट कलकत्ता किलिंग की शुरुआत की। आज के पश्चिम बंगाल में खेला होबे विरोधियों पर आतंकी हमलों की लहर का प्रतीक बन गया है।

राज्यपाल ने भी CM से तारीख बदलने को कहा था
विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने पिछले हफ्ते बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से कई साक्षुओं के साथ मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने खेला होबे दिवस की तारीख बदलवाने की अपील की। इसके बाद धनखड़ ने बनर्जी से इसे बदलने के लिए कहा था, लेकिन वो इसके लिए राजी नहीं हुईं।