
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से विदेशों में भारतीय मिशनों के प्रमुखों के अलावा ट्रेड और कॉमर्स सेक्टर से जुड़े लोगों से बात की। उन्होंने कहा कि ये समय आजादी के 75वें साल में अपनी आजादी का जश्न मनाने का तो है ही, उसके साथ-साथ भविष्य के भारत के लिए एक क्लियर विजन और रोडमैप बनाने का मौका भी है। इसमें आप सभी साथियों की भागीदारी, पहल और रोल बहुत बड़ा है।
प्रधानमंत्री ने कहीं ये बातें…
- तकनीकी और वित्तीय कनेक्टिविटी की वजह से दुनिया हर रोज और छोटी होती जा रही है। ऐसे में हमारे एक्सपोर्ट के विस्तार के लिए दुनियाभर में नई संभावनाएं बन रही हैं।
- दुनिया के लगभग हर हिस्से के साथ हमारे ट्रेड लिंक और रूट भी रहे हैं। आज हम ग्लोबल इकॉनमी में अपनी उस पुरानी हिस्सेदारी को वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं। तब भी हमारे निर्यात की भूमिका अहम है।
- निर्यात बढ़ाने के लिए 4 घटक अहम हैं- देश में प्रोडक्शन कई गुना बढ़े, ट्रांसपोर्ट की लॉजिस्टिक की समस्या दूर हो, एक्सपोर्ट के साथ सरकार कंधे से कंधा मिलाकर चले और भारतीय सामान के लिए अंतरराष्ट्रीय बाज़ार मिले।
- 7 साल पहले हम लगभग 8 बिलियन डॉलर के मोबाइल फोन बाहर से मंगवाते थे। अब यह घटकर 2 बिलियन डॉलर हो गया है। 7 साल पहले भारत सिर्फ 0.3 बिलियन डॉलर के मोबाइल का निर्यात करता था। यह अब 3 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा हो गया है।
- अलग-अलग देशों में मौजूद इंडिया हाउस भारत की मैन्यूफैक्चरिंग पावर के भी प्रतिनिधि बनें। समय-समय पर आप भारत में यहां व्यवस्थाओं को अलर्ट करते रहेंगे, गाइड करते रहेंगे, तो इसका फायदा एक्सपोर्ट बढ़ाने में होगा।
- ये समय ब्रांड इंडिया के लिए नए लक्ष्यों के साथ नए सफर का है। हमें ये कोशिश करना है कि दुनिया के कोने-कोने में भारत के हाई वैल्यू-ऐडेड प्रोडक्ट की स्वाभाविक डिमांड पैदा हो।
- भारत ने रेट्रोस्पेक्टिव टैक्सटेशन से मुक्ति का जो फैसला लिया है, वह हमारा कमिटमेंट दिखाता है, पॉलिसी में निरंतरता दिखाता है।
यह कार्यक्रम लोकल गोज ग्लोबल- मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड के तहत आयोजित किया गया। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, 20 से ज्यादा विभागों के सचिव, राज्य सरकार के अधिकारी, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल और चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य शामिल हुए।