Tuesday, September 23

भृत्य से लेकर अफसर तक ने काम छोड़कर की नारेबाजी:संयुक्त मोर्चा की एक दिन की हड़ताल से कामकाज ठप

स्वास्थ्य की कमान संविदा कर्मचारियों ने संभाली, स्कूलों में ताले, आवेदक भटके

जिले के सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी गुरुवार को एक दिन की सामूहिक हड़ताल पर रहे। भृत्य से लेकर प्रथम श्रेणी के अधिकारियों तक की इस हड़ताल से ज्यादातर विभागों में जहां कामकाज ठप रहा, वहीं कई विभागों में कुछ अधिकारी-कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल नहीं हुए। जबकि स्कूलों सहित कई कार्यालयों में तालाबंदी जैसी स्थिति रही।

इस हड़ताल से जिले में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य भी प्रभावित हुआ। पुराने जिला अस्पताल में केवल एक नर्स के भरोसे टीकाकरण हुआ। जबकि यहां पर टीके लगवाने वालों की लंबी कतार लगी हुई थी। हालांकि जिला अस्पताल में इस हड़ताल का ज्यादा असर देखने को नहीं मिला। यहां पर मेडिकल कॉलेज के पैरामेडिकल स्टॉफ सहित संविदा कर्मचारियों ने स्वास्थ सेवाओं में मोर्चा संभाले रखा।

दो सूत्रीय मांगों को लेकर गुरुवार को हुई सामूहिक हड़ताल में सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने कलेक्टोरेट में प्रदर्शन किया। जोरदार नारेबाजी करते हुए अधिकारी-कर्मचारियों ने अपनी मांगों पर आवाज बुलंद की। यहां सीएम के नाम दो सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर कुमार शानू देवड़िया को सौंपा। प्रदर्शन के बाद सभी पदाधिकारियों ने कलेक्टोरेट परिसर में 21 पौधे भी राेपेे।

दावा… जिले के 6500 कर्मचारियों ने हड़ताल में दिया साथ

जिले में 98 फीसदी हड़ताल का दिखाई दिया असर

जिला कोषालय अधिकारी उमेश श्रीवास्तव के मुताबिक जिले में करीब 7 हजार अधिकारी-कर्मचारी हैं। जबकि संयुक्त मोर्चा का दावा है कि जिले में 6500 कर्मचारी गुरुवार को हड़ताल पर रहे हैं। साथ ही हड़ताल 98 फीसदी सफल होने की बात कही जा रही है।

हड़ताल में जिले के तहसील-एसडीएम कार्यालय, शिक्षा विभाग, पीएचई, आरईएस, वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, उद्यानिकीय, कोषालय, खनिज विभाग, आबकारी विभाग, आयुष विभाग, पेंशन कार्यालय, कोषालय, न्यायालय, पशु चिकित्सा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, आईटीआई, आरटीओ, राज्य शिक्षा केंद्र, आदिम जाति कल्याण विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, कृषि विभाग, पीडब्ल्यूडी, वाणिज्य कर सहित कलेक्टोरेट की विभिन्न शाखाओं के अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर होने का दावा किया है।

स्वास्थ्य… एक्स-रे, ओपीडी पैरामेडिकल स्टाफ ने देखी

जिला अस्पताल में आम दिनों की तरह ही स्वास्थ्य सेवाएं संचालित थीं। जिला अस्पताल में अधिकारी-कर्मचारियों के हड़ताल पर होने से मेडिकल कॉलेज के पैरामेडिकल स्टाफ सहित संविदा कर्मचारियों ने स्वास्थ्य सेवाएं संभालीं। यहां ओपीडी में जिला अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने मरीजों को देखा। अस्पताल में एक्स-रे सहित अन्य जांचें भी जारी रहीं।

शिक्षा… नहीं लगीं हायर सेकंडरी स्कूल की कक्षाएं

इस हड़ताल का सबसे ज्यादा असर स्कूलों में देखने को मिला। जिले के ज्यादातर स्कूलों में तालाबंदी रही। स्कूलों में कोई भी शिक्षक नहीं पहुंचे। तय कार्यक्रम चार्ट के अनुसार जिले में हायर सेकंडरी स्कूल की कक्षाएं आज लगनी थी जो आज नहीं लगी सकी। जबकि कोरोना काल में लंबे समय से बंद रहे हायर सेकंडरी स्कूल इसी सप्ताह से ही खुले हैं। ऐसे में यह हड़ताल होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई।

कलेक्टोरेट…समस्या का समाधान नहीं हो सका

कलेक्टोरेट में कई शाखाओं में ताले डले हुए थे। इससे जिले के दूर-दराज इलाकों से आए आवेदक परेशान हुए। कलेक्टोरेट में जागीर शाखा में आवेदन देने के लिए शमशाबाद से आए पूरनदास बैरागी को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। पूरनदास ने बताया कि वे मंदिर के पुजारी हैं। शासन द्वारा दिया जाने वाले मानदेय नहीं मिला है। इसी का आवेदन देने वे गुरुवार को यहां आए थे।

इंक्रीमेंट की मांग मानी, डीएम, प्रमोशन की अधूरी

इस दौरान मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह यादव, महामंत्री उमराव सिंह कुशवाह, उदय हजारी, शिवराज सिंह ठाकुर, नवल सिंह रघुवंशी ने संबोधित करते यह चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो आगे अनिश्चित कालीन हड़ताल की जाएगी। मप्र अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले सभी संगठन एक जुट होकर तीन सूत्रीय मांगों को लेकर लामबंद हैं। इनमें से प्रदेश सरकार ने इंक्रीमेंट की मांग मान ली है। जबकि डीए और प्रमोशन की मांग अब भी अधूरी है।

आगे क्या… मांगों को नहीं माना तो बेमियादी हड़ताल शुरू करेंगे

केंद्र सरकार समान वेतनमान को लेकर पूरे प्रदेश में कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। मप्र अधिकारी कर्मचारी संघ संयुक्त मोर्चा के जिला संरक्षक उदय हजारी का कहना है कि हमनें आगामी रणनीति बना ली है। हमारी मांग को नहीं माना तो सभी कर्मचारी बेमियादी हड़ताल करेंगे। साथ ही हम न काम करेंगे और न किसी को काम करने देंगे। इस आंदोलन की तैयारी भी शुरू कर दी है।