Tuesday, September 23

शादी कराकर ठगने वाली गैंग पकड़ी:गुना में गांव वालों ने 2 लाख रुपए चंदा कर करवाई 38 साल के पुजारी की शादी, 8 दिन बाद उसकी पिटाई कर दुल्हन को साथ ले गए

जबलपुर के बाद अब गुना में शादी के नाम पर लूटने वाली गैंग सामने आई है। गुना के मधुसूदनगढ़ थाना पुलिस ने लुटेरी दुल्हन समेत 3 लोगों को देवास से पकड़ा है। युवती ने दो लाख रुपए लेकर 38 साल के पुजारी के साथ शादी थी। 38 साल के पुजारी की शादी नहीं हो रही थी, तो गांव वालों ने 2 लाख रुपए जुटाकर दिए थे। 8 दिन बाद युवती को उसके साथी पुजारी की पिटाई करके घर से ले गए। आरोपियों के पास से 50 हजार रुपए भी मिले हैं। आरोपी इससे पहले भी कई लोगों को ठग चुके हैं।

SP राजीव कुमार मिश्रा ने बताया, 17 जुलाई बद्रीप्रसाद (38) पुत्र किशोरीलाल शर्मा साल निवासी ग्राम तेजाखेड़ी, मधुसूदनगढ़ ने शादी के नाम पर हुई धोखाधड़ी की शिकायत की थी। उसकी शादी नहीं हो रही थी, तो वह रिश्ते की तलाश में था। इस दौरान 2 जुलाई को देवास जिले का राजू उर्फ गजानंद दुबे उससे मिला। वह बोला कि 2 लाख रुपए में उसकी शादी करा देगा। वह पैसे देने के लिए तैयार हो गया। 10 जुलाई को राजू, बद्रीप्रसाद व उसके गांव के दीवान सिंह गुर्जर को साथ लेकर शुजालपुर पहुंचा। यहां राजू ने उन्हें उसके अन्य साथी चांदनी दुबे, रेखाबाई नायक व दो अन्य लोगों से मिलाया।

रेखाबाई से शादी की बात होने के बाद कोर्ट में शादी करा दी गई। इसके बाद उससे 2 लाख रुपए भी ले लिए। वह रेखा को लेकर घर ग्राम तेजाखेड़ी गया। गांव में भी रिवाज के अनुसार फिर से शादी की। इसके बाद 16 जुलाई को राजू दुबे, चांदनी दुबे और अन्य दो साथी बद्रीप्रसाद के घर आए। वह रेखा को वापस ले जाने की कहने लगे। जब बद्रीप्रसाद ने विरोध किया, तो गाली-गलौज और मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। फिर रेखा को साथ ले गए।

गांववालों ने चंदा कर करवाई थी शादी
मुख्य आरोपी गजानंद दुबे का तेजाखेड़ी गांव में आना-जाना था। उसने पहले भी गांव में कई शादियां कराई थीं। बद्रीप्रसाद गांव के मंदिर पर पूजा-अर्चना करता रहा है। इसे देखते हुए गांववालों ने उसकी शादी कराने का निर्णय लिया। इसी दौरान गजानंद गांव में आया। गांव वालों ने उससे बात की। 2 लाख रुपए में रिश्ता तय हुआ। रकम भी गांव वालों ने चंदा कर इकठ्ठा की थी। बद्रीप्रसाद गरीब है। पूजा-अर्चना कर ही पेट पालता है।

देवास से आरोपी गिरफ्तार
थाने में केस दर्ज होने के बाद टीम आरोपियों को तलाशी के लिए लगाई गई। इस दौरान सूचना मिली कि आरोपी देवास में है। यहां पुलिस ने दबिश देकर आरोपियों को पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपी रेखा बाई (30) पत्नी मायाराम नायक निवासी ग्राम भाटवर्डी, चांदनी उर्फ चंदा (24) पुत्री गोकुल प्रसाद दुबे और आगजानंद उर्फ राजू (35) पुत्र गोकुल प्रसाद दुबे निवासी वार्ड 7 अम्बेडकर नगर, खातेगांव रोड, सतवास जिला देवास शामिल हैं। दो आरोपी अभी फरार हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया, आरोपियों ने बद्रीप्रसाद से लिए दो लाख रुपए आपस में बांट लिए। पुलिस ने 50 हजार रुपए बरामद किए हैं।