
कोविड गाइड लाइन की बंदिशों के बावजूद जिले का सबसे बड़ा आस्था केंद्र मानोरा धाम हजारों श्रद्धालुओं के जयकारों से गूंज उठा। भक्त पलक पांवड़े बिछाकर भगवान जगन्नाथ स्वामी, बड़े भ्राता बलदाऊ एवं सुभद्रा के दर्शनों के लिए पट खुलने का बेसब्री से इंतजार करते दिखे। सुबह 5.30 बजे मंगला श्रृंगार आरती के बाद करीब 6 बजे भगवान जगन्नाथ स्वामी रथ पर विराजित हुए। सुबह 6.30 बजे से रथ यात्रा शुरू हुई।
रथ यात्रा के दौरान पग-पग पर श्रद्धालुओं द्वारा भगवान की पूजा-अर्चना व आरती का दौर चलता रहा। लोगों ने अपने घरों के सामने भगवान के स्वागत के लिए रंगोलियां भी सजाई हुई थीं। इस रथ यात्रा में ज्यादा भीड़ ना जुटे इसके लिए मंदिर परिसर के आसपास पुख्ता बेरिकेडिंग की गई थी। पुलिस ने भीड़ नियंत्रित करने में सख्ती भी दिखाई। प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद भी मानोरा में नजारा मेला जैसा ही था।
आज शाम 4 बजे जनकपुरी से अपने मुख्य मंदिर के लिए रवाना होंगे भगवान: मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष भगवान सिंह रघुवंशी ने हर साल की तरह इस साल परंपरागत रूप से रथ यात्रा निकाली गई। मुख्य मार्गों से होकर जगन्नाथ स्वामी का रथ सुबह करीब 8.30 बजे मेला ग्राउंड परिसर पहुंच गया था।
यहां पर पूरे दिन भगवान के दर्शनों के लिए श्रद्धालु उमड़ते रहे। शाम करीब 4 बजे भगवान जगन्नाथ स्वामी का रथ रात्रि विश्राम के लिए जनकपुरी पहुंच गया था। अब भगवान जगन्नाथ स्वामी गुरुवार की शाम 4 बजे जनकपुरी से अपने मुख्य मंदिर के लिए रथ से रवाना होंगे। शाम करीब 6 बजे भगवान अपने मुख्य मंदिर पहुंचकर विराजमान होंगे।
शाम 4 बजे जनकपुरी पहुंचे भगवान, अब सीधे गुरुवार को शाम को लौटेंगे
डायवर्ट रहा ट्रैफिक, रात 8 बजे शुरू कराया
सोमवार को भी दिन भर जहां चार पहिया व बड़े वाहनों का ट्रैफिक अन्य मार्गों पर डायवर्ट रहा। शाम को श्रद्धालुओं की संख्या कम होने से रात करीब 8 बजे से हाईवे पर चार पहिया वाहनों का आवागमन शुरू करा दिया गया था। ट्रैफिक इंचार्ज आशीष राय ने बताया कि मंगलवार को रथ यात्रा का समापन होगा। मंगलवार की दोपहर 12 बजे तक हैवी वाहनों का ट्रैफिक डायवर्ट रहेगा। नेशनल हाईवे 146 का ट्रैफिक रविवार दोपहर में ही बेरिकेडिंग कर डायवर्ट कर दिया था, जो कि 13 जुलाई की दोपहर 12 बजे तक जारी रहेगा। इसमें हैवी वाहनों व छोटे वाहनों का ट्रैफिक डायवर्सन अलग-अलग रूटों पर किया गया है।