
फाइबर ऑप्टिकल-एलपीजी गैस पाइप लाइन बिछाने वाले ठेकेदारों ने पानी की सप्लाई काटी
ग्रामीण क्षेत्र में मनमर्जी से चल रहे मोबाइल फाइबर ऑप्टिकल और एलपीजी गैस पाइप लाइन बिछाने के कार्य से नटेरन और शमशाबाद तहसीलों के 170 गांव में मई तक पानी पहुंचाने की प्रदेश सरकार की योजना पर संकट खड़ा हो गया है। फाइबर ऑप्टिकल और एलपीजी गैस पाइप लाइन बिछाने वाले ठेकेदारों ने जल योजना की सप्लाई लाइन 80 से ज्यादा स्थानों पर काट दी है।
इस कारण जुलाई में भी गांव तक पानी पहुंचाने का कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है जबकि वर्तमान में जल संकट गहराता जा रहा है। गांव में पानी पहुंचाने के लिए मध्य प्रदेश जल निगम के माध्यम से दोनों तहसीलों में कार्य चल रहा है। निगम द्वारा ऑफ शोर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के माध्यम से यह काम करा रही है परेशान होकर कंपनी के प्रबंधक ने रविवार को फाइबर ऑप्टिकल लाइन और गैस पाइप लाइन बिछाने वाले ठेकेदारों कोटक इंटरनेशनल और आईओसीएल कंपनी के खिलाफ नटेरन थाने में लिखित शिकायत की है।
पुलिस में शिकायत की है
- ऑप्टिकल फाइबर केबल और एलपीजी गैस पाइप लाइन बिछाने वाली कंपनियों के कारण लाखों का नुकसान हो चुका है। दोनों कंपनी के कर्मचारी सुनने को तैयार नहीं हैं। उनके खिलाफ नटेरन पुलिस में शिकायत की गई है। -दिनेश पाठक, प्रबंधक ऑफशोर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड।
दोनों तहसीलों में 80 से ज्यादा स्थानों पर पानी की पाइप लाइन काट दी
यहां प्रारंभ होना थी जल सप्लाई
दिघौनी गांव में जल सप्लाई करने के लिए पानी की टंकी तक पहुंचाया जाना था लेकिन पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण संकट खड़ा हो गया। इसी प्रकार ग्राम मूडरा पीतांबर से खैराई के बीच लाइन तोड़ दी गई। अब तक जल आवर्धन योजना की 59 स्थानों पर पाइप बदलकर मरम्मत की जा चुकी है। शेष स्थानों पर मरम्मत का काम चल रहा है। इसके बाद भी कई जगह जगह लाइन टूटी मिल रही है। 20-20 फीट के पाइप हर जगह बदलना पड़ रहे हैं।
शिकायत के बावजूद भी कार्रवाई नहीं हो रही है
एक ओर प्रदेश सरकार जल निगम के अधिकृत और दूसरी ओर जिन किसानों की जमीन और फसल कुएं ट्यूबवेल खराब हो रहे हैं शिकायत कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा कोटक इंटरनेशनल और आईओ सीएल की मनमानी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से प्रदेश सरकार की योजना प्रभावित हो रही है। किसानों का नुकसान हो रहा है। इससे कभी भी क्षेत्र की शांति भंग हो सकती है।
यह है पूरा मामला…
प्रदेश सरकार ने नटेरन और शमशाबाद तहसीलों के गांव में पेयजल पहुंचाने के लिए प्रदेश जल निगम को काम सौंपा है। इस योजना के तहत सगड़ डेम पर ग्राम पंचायत बन्नाखेड़ा के ग्राम बरखेड़ा जाट में इंटेकवेल का निर्माण कराया गया है। पहाड़ी पर प्लांट लगाया गया है। इसी प्लांट के माध्यम से दोनों तहसीलों के बड़े 140 व छोटे गांव में पानी पहुंचाने के लिए डिस्ट्रीब्यूशन पाइप लाइन बिछाई गई हैं।
इस डिस्ट्रीब्यूशन लाइन को बिछाने का काम 2018 में पूरा हो गया था। सभी गांव में टंकियां स्थापित की गई थी लेकिन प्लांट निर्माण नहीं होने से इनका उपयोग नहीं हो रहा था। जैसे ही प्लांट निर्माण के बाद डिस्ट्रीब्यूशन लाइनों से पानी टंकियों तक पहुंचाने का कार्य प्रारंभ हुआ तो पता चला कि 80 से ज्यादा स्थानों पर दोनों तहसीलों में पाइप लाइन काट दी गई है।
जगह-जगह कट रही है पाइप लाइन
इन दिनों जिओ कंपनी द्वारा फाइबर ऑप्टिकल लाइन बिछाई जा रही है। दूसरी ओर गुजरात के टूंडला से गोरखपुर उत्तर प्रदेश के बीच एलपीजी गैस लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। ठेकेदार मनमर्जी से ऑप्टिकल और गैस पाइप लाइन बिछा रहे हैं। इस कारण जल निगम द्वारा बिछाई गई जल योजना की पाइप लाइन के ऊपर ही जेसीबी से खुदाई कर रहे हैं इस कारण जल योजना की पाइप लाइन जगह जगह कट रही है। किसानों के कुएं ट्यूबवेल भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। ठेकेदारों से क्षतिपूर्ति के लिए कहा जाता है तो वह गोलमाल उत्तर देते हैं। अब तक 10 लाख रुपए से ज्यादा का नुकसान कर चुके हैं।